देवस्थनाम बोर्ड को बंद करने की मांग कई समय पहले से तीर्थ पुरोहितों द्वारा की जा रही थी जिसमें कई बार तीर्थ पुरोहितों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी किया। इसी कारण हाल ही में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देवस्थानम बोर्ड भंग करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की इस घोषणा पर विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष व कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि देवस्थानम बोर्ड भंग करने को लेकर सरकार स्थिति को स्पष्ट करें।
उन्होंने कहा कि जहां एक ओर सरकार बोर्ड को भंग करने का आदेश दे रही है वहीं दूसरी ओर प्रशासन की तरफ से हुए आईएएस अधिकारियों को तबादले के तौर पर देवस्थनाम बोर्ड के चेयरमैन के पद पर नियुक्त किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि यह स्थिति काफी हैरान कर देने वाली है कि एक तरफ तो बोर्ड भंग किया जा रहा है और दूसरी तरफ से चेयरमैन के पद पर तबादले किए हुए अधिकारियों को नियुक्त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार के बोर्ड भंग करने के आदेश का हम स्वागत करते हैं, मगर जब तक इस पर आदेश जारी नहीं हो जाता तब तक संशय बना ही रहेगा। तथा कुंजवाल ने इस मामले में स्थिति को स्पष्ट करने की मांग की है।