
उत्तराखंड राज्य के बागेश्वर जिले में एक युवक बकरियां चराने के लिए जंगल गया था जिसकी मौत चट्टान से गिरकर हो गई है। बता दें कि घायल युवक को स्वजन जल्दी से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कपकोट लाए जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया और यहां से युवक को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। बता दें कि एंबुलेंस में युवक ने भवाली के आसपास दम तोड़ दिया। जिले की ऐसी स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है और उत्तराखंड के कुछ जिलों में अभी भी स्वास्थ्य सेवाएं अच्छी नहीं है। बता दें बाछम गांव निवासी हीरा सिंह उम्र 45 वर्ष बकरियां चराने के लिए गया था मगर जैसे ही वह नीचे की तरफ लौटा तो चट्टान से उसका पैर फिसल गया और वह गंभीर रूप से घायल हो गया। ग्रामीण घायल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाए जहां पर उसका प्राथमिक उपचार किया गया मगर उसके बाद उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया जहां से जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने सिर पर काफी चोट लगने के कारण यहां सुविधाएं नहीं होने से उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया मगर युवक ने हल्द्वानी पहुंचने से पहले ही भवाली के आसपास दम तोड़ दिया। इस घटना से मृतक के परिवार वालों का रो- रोकर बुरा हाल है। बता दें कि वह अपने परिवार का एकमात्र कमाऊ था। उसकी तीन पुत्रियां और एक पुत्र हैं। इस मामले में ग्रामीणों ने पीड़ित को मुआवजा देने की मांग की है।
