
बागेश्वर । जिले में आगामी मानसून के दौरान संभावित आपदाओं से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने बताया कि जिला प्रशासन किसी भी आपदा की स्थिति से निपटने के लिए युद्धस्तर पर कार्यरत है। उन्होंने जोर देकर कहा कि आपदा से निपटने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और जनधन की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में कुल 57 जेसीबी/पोकलैंड मशीनें 24×7 स्टैंडबाय पर रखी गई हैं। इन मशीनों को विशेष रूप से आपदा संभावित क्षेत्रों में,न विशेषकर कपकोट ब्लॉक, में तैनात किया गया है, जो भूस्खलन और अन्य आपदाओं के प्रति अधिक संवेदनशील है। लोक निर्माण विभाग, बागेश्वर के पास 8 मशीनें बागेश्वर मुख्यालय, डंगोली, और द्वारीकछीना, द्रोणोछीना जैसे क्षेत्रों में तैनात हैं, जबकि लोक निर्माण विभाग, कपकोट, के पास 9+2 मशीनें गाँव करुली, धर्मगढ़, विनायक कपकोट और मनार काण्डा क्षेत्र में तैनात हैं। पी.एम.जी.एस.वाई. बागेश्वर की 7 मशीनें बागेश्वर ब्लॉक-01, बागेश्वर ब्लॉक 2, काफ़लीगैर, गरुड़ और काण्डा आदि क्षेत्र में, और पी.एम.जी.एस.वाई. कपकोट के लिए 15+1 मशीनें खडलेख (02), कपकोट (03) और सरण आदि स्थानों पर तैनात की गई हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग के तहत 1 जेसीबी काण्डा क्षेत्र में तैनात है, जबकि ब्रिड़कल गरुड़ की 2 मशीनें बागेश्वर एवं कपकोट में, विपकाॅस कपकोट की 6 मशीनें कपकोट, बागेश्वर, श्यामा में, और बी.आर.ओ. की 2 जेसीबी और 2 व्हील लोडर तुरतुरिया और फलदा पुल, रामगंगा पुल आदि क्षेत्रों के पास उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त, ग्रामीण निर्माण विभाग की 2 मशीनें नामतीचेटाबगड़ और पोथिंग में तैनात हैं, जो मानसून के दौरान सड़कों को सुचारू रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
इसके अतिरिक्त, 12 जेसीबी मशीनें अधिग्रहित कर प्रयोग में लेने के लिए उपलब्ध हैं, जिन्हें आवश्यकता पड़ने पर तत्काल तैनात किया जा सकता है। जिलाधिकारी ने बताया कि कुछ भूस्खलन क्षेत्र स्थायी समस्या बन गए हैं, जहां लगातार मलबा गिर रहा है; प्रशासन इन सभी क्षेत्रों पर पैनी नज़र रख रहा है और जब भी संभव होगा, लोगों और श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए इन क्षेत्रों का विशेष अभियान चलाकर युद्धस्तर पर राहत कार्य पूरा किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने जानकारी दी कि तहसील स्तरीय प्रतिक्रिया टीमें (response teams) हाई अलर्ट पर हैं। सभी उप-जिलाधिकारी (SDMs) और विभिन्न इंजीनियरिंग सेवाओं के अधिशासी अभियंताओं को किसी भी तरह की लापरवाही न बरतने और सड़कों को जल्द से जल्द सुचारू करने के निर्देश दिए गए हैं।
जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि सड़कों के लगातार बंद होने और फर्जी खबरों के बारे में अफवाहें फैलाई जा रही हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस तरह की गलत सूचना फैलाने से आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई हो सकती है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे केवल आधिकारिक स्रोतों से मिली जानकारी पर ही विश्वास करें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।
जिला प्रशासन बागेश्वर मानसून के दौरान नागरिकों की सुरक्षा और सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। किसी भी आपातकालीन स्थिति में नागरिकों से प्रशासन के साथ सहयोग करने की अपील की गई है।
