अल्मोड़ा – यहां ‘स्पर्श गंगा दिवस’ के अवसर पर ‘सिंगल यूज प्लास्टिक के उन्मूलन’ संबंधी कार्यक्रम का किया गया आयोजन, पढ़ें पूरी खबर

आज दिनांक 17 दिसंबर 2021 को ‘स्पर्श गंगा दिवस’ के अवसर पर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कुणीधार मानिला,अल्मोड़ा में राष्ट्रीय सेवा योजना के अन्तर्गत एक दिवसीय सामान्य शिविर एवं ‘पर्यावरण प्रकोष्ठ’ व ‘इको क्लब’ के संयुक्त तत्वावधान में ‘सिंगल यूज प्लास्टिक के उन्मूलन’ संबंधी कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. जया पांडे के मार्गदर्शन में हुआ।कार्यक्रम राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य गीत उठें समाज के लिए उठें उठें….से प्रारंभ हुआ।इस अवसर पर महाविद्यालय में ‘जल का संचय और संरक्षण’ व ‘सिंगल यूज प्लास्टिक का उन्मूलन’ विषय पर संगोष्ठी,पोस्टर,स्लोगन,भाषण व निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई।

संगोष्ठी में मुख्य वक्ता डॉ. शैफाली सक्सेना व डॉ.संजय कुमार द्वारा ‘सिंगल यूज प्लास्टिक,इसके हानिकारक प्रभाव एवं समाधान’ विषय पर लाभकारी एवं सारगर्भित व्याख्यान दिया गया। महाविद्यालय के अन्य प्राध्यापकों द्वारा भी गोष्ठी में अपने विचार रखे गए व छात्रों को जागरूक किया गया।

राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉ. गार्गी लोहनी ने ‘स्पर्श गंगा दिवस’ की महत्ता को उजागर करते हुए बताया कि धरती पर जीवन के अस्तित्व को बनाये रखने के लिए जल का संरक्षण और बचाव बहुत जरूरी है।हम सभी को जल के महत्व व भविष्य में उसकी कमी से होने वाली समस्याओं के प्रति अभी से सचेत हो जाना चाहिए ताकि हम खुद भी जल संरक्षण के प्रति जागरूक रहें व जनसामान्य को भी उसके संचय व संरक्षण हेतु जागरूक कर सकें। स्वयंसेवी ज्योति व आशा उपाध्याय ने जल के महत्व व प्लास्टिक से होने वाले नुकसान विषय पर अपने विचार अभिव्यक्त किए।’जल के संचय और संरक्षण’ विषय आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में ज्योति (बी.ए. प्रथम वर्ष)ने प्रथम व हरीश चंद्र(बी.ए.प्रथम वर्ष)ने द्वितीय व वर्षा(बी.ए. प्रथम वर्ष)ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

इसी क्रम में निबंध प्रतियोगिता में दिव्या(बी.ए. द्वितीय वर्ष)ने प्रथम व आशा उपाध्याय(बी.ए.द्वितीय वर्ष)ने द्वितीय स्थान हासिल किया। इसी क्रम में ‘सिंगल यूज प्लास्टिक का उन्मूलन’ विषय पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता में बी. ए. प्रथम वर्ष की छात्रा ज्योति ने प्रथम स्थान हासिल किया।द्वितीय व तृतीय स्थान क्रमशः रेशमा(बी.ए. प्रथम वर्ष) व वर्षा(बी.ए. प्रथम वर्ष) ने प्राप्त किया। साथ ही स्वयंसेवियों द्वारा महाविद्यालय परिसर व निकटवर्ती क्षेत्रों में प्रवाहित होने वाली प्राकृतिक जलधाराओं के आस-पास स्वच्छता अभियान चलाया गया।कार्यक्रम में महाविद्यालय के स्वयंसेवी,समस्त प्राध्यापक व कर्मचारी मौजूद रहे।