
अल्मोड़ा| जिले में पर्यटन स्थल और अपराध की दृष्टि से संवेदनशील गांवों की कानून व्यवस्था बहुत जल्द पुलिस के जिम्मे होगी| पहले चरण में करीब 200 राजस्व गांवों को पुलिस क्षेत्र में शामिल करने की कवायद की जा रही है| इन दिनों पुलिस प्रशासन और राजस्व विभाग सर्वे कार्य में जुटा है| इसके बाद प्रस्ताव तैयार किया जाएगा|
बताते चलें कि जिले में लगातार अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है| खासकर दूरदराज क्षेत्र के गांव में डेढ़ साल के भीतर ही 4 बड़ी वारदातें हो चुकी है| इसके बाद अब प्रशासन ने कानून व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए कवायद शुरू कर दी है|
पहले चरण में प्रसिद्ध पर्यटक स्थल समेत अपराध की दृष्टि से अति संवेदनशील करीब 100 गांवों की सुरक्षा व्यवस्था पुलिस के जिम्में सौंपने की तैयारी शुरू कर दी गई है|
बताते चलें कि राजस्व पुलिस के पास रेगुलर पुलिस जैसा न तो अपराध की जांच का अनुभव होता है और न ही तकनीक| जिस कारण एक सदी पुरानी राजस्व पुलिस से बीते 9 महीने में ही जिले भर में करीब 51 मामले रेगुलर पुलिस को हस्तांतरित हुए हैं| करीब डेढ़ साल के भीतर चार बड़ी वारदातें हुई है| जिसमें 2 राजस्व क्षेत्र की है|
मामले में एसएसपी प्रदीप कुमार राय ने कहा पुलिस और राजस्व विभाग की टीम गांव की सूची तैयार कर रही है| राजस्व के करीब 200 गांव पुलिस के अधीन होंगे| पहले चरण में पर्यटन स्थल व थानों के पास के गांव लेने की योजना है|
