आपदा को आए हुए महीनों गुजर गए है मगर अभी भी कुछ ग्रामीण इलाकों में महीनों से पेयजल की व्यवस्था ठप चल रही है ग्रामीणों को पीने के पानी तक के लिए मिलो दूर जाना पड़ रहा है। यही हाल अल्मोड़ा रानीखेत के धुराफाट गांव का भी है गांव में महीनों से पेयजल व्यवस्था ठप है संघर्ष समिति के अध्यक्ष पूरन चंद पांडे का कहना है कि धुराफाट के मुसोली, बयेडी, हिड़ाम, बलियाली गांवों में पेयजल की व्यवस्था सुचारू रूप से नहीं चल रही है।
ग्रामीणों का कहना है कि सरकार ने यदि गांव की तरफ ध्यान केंद्रित नहीं किया तो वे आंदोलन करेंगे आपदा के इतने समय बाद भी सरकार को दूरदराज के गांवों की चेतना नहीं है बल्कि उन्हें विधानसभा चुनाव की पड़ी है। उनका कहना है कि अगर अब भी सरकार ने कुछ नहीं किया तो वे आंदोलन करने सड़कों पर उतरेंगे।