एन एम ओ पी एस उत्तराखंड जनपद अल्मोड़ा के संरक्षक डा मनोज कुमार जोशी ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली हेतु शत् प्रतिशत योगदान सुनिश्चित करें।आक्रोश रैली ऐसी हो जिसकी हुंकार दिल्ली के तख्त तक पहुंचे और बाध्य होकर सरकार को एन पी एस व यू पी एस को वापस लेना पड़े और यथावत पुरानी पेंशन बहाली हो।
डा मनोज कुमार जोशी ने कहा कि ट्रेड यूनियन में राजनैतिक हस्तक्षेप से बचें रहे क्योंकि संगठनों द्वारा हर हमेशा अपनी मांगों के संदर्भ में सरकारों से लोहा लिया है और जायज मांगो पर शासनादेश जारी कराया है। धीरेन्द्र कुमार पाठक प्रदेश कोर कमेटी सदस्य
ने सभी सहयोगी संगठनों का आह्वान किया है कि पुरानी पेंशन बहाली के लिए आर पार का संघर्ष जरूरी है और सरकारें संख्या बल के आधार पर ही निर्णय लेती है। सरकार को पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करनी चाहिए। माध्यमिक शिक्षक संघ के कोषाध्यक्ष महिपाल सिंह राजपूत ने कहा कि पुरानी पेंशन हर हाल में बहाल होनी चाहिए यह बुढ़ापे का सहारा है। राजू लटवाल ब्लाक मंत्री ने कहा स्थानीय स्तर पर सभी कार्यालयों को शत् प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए।
राजकीय शिक्षक संघ के जिला मंत्री व एन एम ओ पी एस उत्तराखंड जनपद अल्मोड़ा के मंत्री भूपाल चिलवाल ने कहा अधिक से अधिक संख्या में सदस्यों द्वारा प्रतिभाग किया जाना चाहिए।आज की बैठक में एम एस राजपूत, देवेन्द्र सिंह ,वंदना कड़ाकोटी, शिवराज सिंह, कृष्ण चन्द्र दुर्गापाल, प्रांतीय कोर कमेटी सदस्य धीरेन्द्र कुमार पाठक, अनुराग चंद, दीपक बेलवाल, भारत पांडेय, हरीश रजवार, कुंवर बीएस नेगी, मेहताब अंसारी ,विवेक , अनूप कुमार , द्रोपदी जयंती देवी, प्रधानाचार्य परिषद के अध्यक्ष हिमांशु तिवारी ,ललित मोहन भट्ट, संयुक्त सचिव उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन जनपद अल्मोड़ा सुशील बाराकोटी, जयंती देवी,रोहित जोशी, ललित सिंह निगलटिया, पंकज कुमार, अमित कुमार , लाल सिंह बिष्ट ,सुभाष चन्द्र, गणेश सिंह भंडारी ,राजू लटवाल, ब्लाक सचिव , डा मनोज कुमार जोशी, अध्यक्ष भूपाल सिंह चिलवाल, जिला मंत्री राजकीय शिक्षक संघ व सचिव एन एम ओ पी एस अल्मोड़ा उपस्थित रहे। जिला अध्यक्ष गणेश भंडारी ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली जरूरी है इससे सामाजिक ताना-बाना भी बना हुआ है। सभी सहयोगी संगठन के पदाधिकारियों व सदस्यों द्वारा बढ़-चढ़कर भागीदारी किया जाना जरूरी है। प्रधानाचार्य परिषद के अध्यक्ष हिमांशु तिवारी ने कहा कि अधिक से अधिक संख्या में प्रतिभाग जरूरी है।