Almora -: संरक्षित किया गया मुनस्यारी में पैदा होने वाला बर्तिया धान, अब नहीं होगा व्यवसायिक उपयोग

अल्मोड़ा| मुनस्यारी के बर्तिया धान को कृषक अधिकारी संरक्षण प्राधिकरण (दिल्ली) में संरक्षित कर दिया गया है| यह धान पौष्टिक गुणों से भरपूर है| अब संबंधित सहकारिता संघ की अनुमति बगैर इस धान के बीज और पौधों का कोई भी व्यवसायिक उपयोग नहीं कर पाएगा| व्यवसायिक उपयोग होने पर संबंधित फर्म इस समूह को रॉयल्टी देगी| हिमालय कृषि एवं ग्रामीण विकास स्वायत्त सहकारिता संघ मुख्य बाजार मुनस्यारी की मुख्य कार्यपालक लक्ष्मण सिंह रजवाल ने विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अल्मोड़ा से बर्तिया धान को कृषक अधिकारी संरक्षण प्राधिकरण नई दिल्ली में संरक्षण को आवश्यक कार्यवाही के लिए आग्रह किया था| इसके लिए समूह की ओर से यूपीकेएएस अल्मोड़ा को इस धान का बीज दिया गया| मूल्यांकन होने के बाद यूपीकेएएस में बीज कृषक अधिकारी संरक्षण प्राधिकरण को भेजा| प्राधिकरण ने डीयूस परीक्षणों में सफलता के बाद धान की उन्नत प्रजाति बर्तिया को पंजीकृत कर लिया है|
इस प्राधिकरण के प्रावधानों के तहत अब भारतीय वन संरक्षणकर्ताओं को भविष्य में कई प्रकार के लाभ मिलेंगे अब केवल संरक्षणकर्ता कृषकों को ही पंजीकृत कृषक प्रजाति के उत्पादन और विपणन का विशेषाधिकार होगा| कृषि विविधता में योगदान को पुरस्कार या मान्यता साथ ही प्रजाति नई किस्म के विकास में प्रयोग में लाई जाती है तो, इससे अर्जित लाभ में भी इस समूह की साझेदारी होगी| वाणिज्यिक उपयोग होने पर संबंधित फर्म को इस समूह को रॉयल्टी देनी होगी|