देहरादून| लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनकर पुष्कर सिंह धामी ने इतिहास रच दिया है| इससे पहले राज्य के इतिहास में कोई भी नेता दूसरी बार मुख्यमंत्री नहीं बना है| धामी उत्तराखंड के 12 वें मुख्यमंत्री के रूप में 23 मार्च को शपथ लेंगे| धामी की अगुवाई में भाजपा ने राज्य में 47 सीटें जीतकर मिथन भी तोड़ा| बताते चलें कि इससे पहले हुए 4 विधानसभा चुनाव में कोई दल दोबारा बहुमत पाने में सफल नहीं हो पाया था| लेकिन इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू और युवा चेहरे धामी के बूते भाजपा को बहुमत पाने में दिक्कतें नहीं आई| यही वजह है कि भाजपा हाईकमान ने एक बार फिर धामी पर विश्वास जताया और उन्हें दोबारा उत्तराखंड की बागडोर संभाली| इससे पहले मेजर जनरल (रिटायर) बीसी खंडूरी दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं| लेकिन भाजपा सरकार के कार्यकाल में उनके नाम यह उपलब्धि नहीं| वही धामी ने लगातार मुख्यमंत्री बनकर इतिहास में अपना नाम भी दर्ज कर लिया| अब उन्हें 6 माह के भीतर पार्टी के किसी विधायक से सीट खाली कराकर उप चुनाव लड़ना होगा|
धामी का पहला कार्यकाल बहुत छोटा था पहले कार्यकाल में वह 8 माह 18 दिन तक मुख्यमंत्री रहे| धामी पहले ऐसे विधायक हैं जो बिना मंत्री बने सीधे मुख्यमंत्री बने| धामी वर्ष 2012 और 2017 में खटीमा से लगातार दो बार विधायक निर्वाचित हुए| लेकिन इस बार वह खटीमा से कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष व प्रत्याशी भुवन कापड़ी से चुनाव हार गए| जिस कारण धामी के सीएम बनने पर काफी विचार विमर्श हुआ और आखिरकार धामी ही उत्तराखंड के नए सीएम के रूप में चुने गए|