
जिला पंचायत सदस्य सल्लाभाटकोट शैलजा चम्याल ने क्षेत्र में नई सड़कों के निर्माण, डामरीकरण एवं सुधारीकरण के संबंध में पीएमजीएसवाई के अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने कहा सड़क ना होने की वजह से कई गांवो से पलायन अत्यधिक हो चुका है एवं कई गांव खाली हो चुके हैं, रोड के अभाव में युवा सरकार के रोजगार से संबंधित योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहे हैं, एवं स्व रोजगार भी नहीं कर पा रहे हैं, वर्तमान समय में दिव्यांग, बीमार, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाओं को सड़क तक लाने में पूर्व से प्रयुक्त साधन कंडी (डोली) को ले जाने के लिए भी लोग नहीं मिल पा रहे हैं, जिसका मुख्य कारण रोड के अभाव में पलायन है, रोड के अभाव में साग-सब्जी, फल-फूल, इत्यादि खाद्य सामग्री गांव में ही सड़ जाते हैं क्योंकि रोड में खाद्य सामान लाने में सामग्री से ज्यादा भाड़ा में खर्च होता है, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ता है, 21वी सदी के इस आधुनिक, तकनीकी, वैज्ञानिक, नवाचारी एवं विकसित युग में क्षेत्र के विकास को अंधेरे में रखा जा रहा है, यदि गांवो को सड़क से जोड़ा जाता है तो पलायन रुकेगा, युवा स्वरोजगार करेंगे और क्षेत्र में विकास को गति मिलेगी, क्षेत्र में पिछले छः सात वर्षो में पीएमजीएसवाई से एक भी नई रोड नहीं कट पाई है , ना ही कच्चे मार्गो मै डामरीकरण हो पाया जो अत्यधिक सोचनीय है, जिससे क्षेत्रवासियों में अत्यधिक आक्रोश है l उन्होंने कहा सरकारों ने हमेशा श्रेत्र के विकास को अनदेखा किया है, पंचायत सदस्य ने मांग़ की है कि तिमुरी, पभ्या, बड़वाटाना, हटौला, खुडयारी, डूंगरलेख, पतलचौरा, तरूला, बालीबगढ़, कटौजी, रूपिकूड़ा, तल्लीसेराघाट, बमोरी, कटोजीया, भनलगांव, घुनयोली, झिरकोट, भंजर, खाटबे,आदि गांवो में शीघ्र सड़क पहुंचाई जाय, साथ ही थीकलना से जोलीबांज तक, जमरानी बैंड से बेलवालगाव एवं सल्लाभाटकोट से सुकना पभ्या तक डामरीकरण किया जाए, पूर्व में निर्मित नौगांव से कनारीछीना मोटर मार्ग में पुल निर्माण व डामरीकरण का कार्य कराकर जल्दी ही रोड का लाभ लोगों को पहुंचाया जाए, साथ ही सेराघाट से नैनी मोटर मार्ग व मंगलता से थीकलना मोटर मार्गो की दशा सुधारी जाए, शैलजा चम्याल ने
श्रेत्र मै पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए धौलछिना से जागेश्वर मोटर मार्ग का चौड़ीकरण एवं डामरीकरण को आवश्यक बताया, इस मार्ग के मध्य में बिमलकोट देवी मां का प्रसिद्ध मंदिर भी है एवं वृद्धजागेश्वर जाने का मार्ग भी नजदीक होगा, साथ ही दयारी पनुवानौला को लिंक किया जाए, क्षेत्र में एक मुख्य समस्या कसानबैंड से धौलछीना की ओर 1 किलोमीटर की दूरी पर रोड कई वर्षों से बार बार टूट रही है, और बार-बार मलवा आता है एवं बरसात के सीजन में यात्री हमेशा परेशान रहते हैं जिसका स्थाई समाधान निकाला जाए,
ज़सदस्य ने चेताया यदि समय रहते गांवो में रोड नहीं जाती है तो गाँवो से पलायन बढ़ते रहेगा, श्रेत्र का विकाश काल्पनिक होगा और एक दिन गांवो में केवल जंगली जानवरों का वास होगा, फिर चाहकर भी सरकार किसके लिए रोड ले जाएगी।