
गरुड़ (बागेश्वर) । उत्तराखण्ड प्रशासनिक अकादमी नैनीताल के द्वारा भूकम्प व अन्य आपदाओं के दृष्टिगत ब्लॉक सभागार कपकोट में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन करते हुए निदेशक डॉ मन्जू पाण्डे ने कहा कि आपदाओं का कोई भी समय नहीं, कभी भी, कहीं भी आ सकतीं हैं। उनकी रोकथाम व न्यूनीकरण के लिए हमें सदैव तत्पर रहना होगा ।
निदेशक मन्जू पाण्डे उपजिलाधिकारी अनुराग आर्या की उपस्थिति में प्रशिक्षण के दौरान आपदाओं के विभिन्न आयामों पर प्रस्तुतीकरण कर आपदाओं पर रोकथाम एवं न्यूनीकरण, मानसून काल से पूर्व तैयारी पर विशेष बल दिया गया। खोज बचाव प्रशिक्षक भुवन चौबे ने विस्तार से मॉक ड्रिल की जानकारी दी गयी। अग्निशमन विभाग द्वारा आग लगने के कारणों, घर की आग पर विस्तृत जानकारी दी गयी। एसडीआरएफ के आपदा मोचक दल के सदस्यों द्वारा खोज एवं बचाव उपकरणों का प्रदर्शन कर महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की गयी।
मुख्य प्रशिक्षक महिपाल सिंह द्वारा प्रस्तुतीकरण कर सीपीआर के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कपकोट के चिकित्साधिकारी डॉ. प्रतीक द्वारा प्राथमिक उपचार सम्बन्धित विभिन्न महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की गयी। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों द्वारा अपने-अपने अनुभव भी साझा किए।
प्रशिक्षण में विभिन्न क्षेत्रों के राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी, पुलिस व पीआरडी के जवान व युवक मंगल दल के सदस्य, आपदा मित्रों आदि ने प्रतिभाग किया।
