
उत्तराखंड राज्य में बिना राशन कार्ड के जनता को आयुष्मान कार्ड बनाने की सुविधा मिल पाएगी।
बता दें कि आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए राशन कार्ड की अनिवार्यता सरकार की एक बड़ी आबादी को मुफ्त इलाज की सुविधा से वंचित कर रही है और प्रदेश में राज्य सरकार ने शत् प्रतिशत लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य तय किया है लेकिन राशन कार्ड के चलते इसमें दिक्कत आ रही है और अभी तक बड़ी संख्या में लोगों के आयुष्मान कार्ड नहीं बन पाए हैं जिसे देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत द्वारा नाराजगी भी बताई गई है। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण में आयोजित समीक्षा बैठक में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए राशन कार्ड की अनिवार्यता पर चर्चा हुई और स्वास्थ्य मंत्री ने राशन कार्ड न होने की स्थिति में भी कोई दूसरे विकल्प पर विचार करने के निर्देश अधिकारियों को दे दिए हैं। उनका कहना है कि कोई अन्य विकल्प मामले में सुझाए तथा जनहित में उस प्रस्ताव को क्रियान्वयन के लिए कैबिनेट में लाया जाए। उन्होंने अधिकारियों को 16 से 30 जनवरी तक प्रदेश भर में आयुष्मान कार्ड व आभा आईडी बनाने के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं और कहा है कि सभी रेखीय विभागों की बैठक आगामी 15 जनवरी को होगी जिसमें अभियान की सफलता के लिए रणनीति बनाई जाएगी तथा प्रधानों व सभासदों को पत्र लिखा जाएगा ताकि अभियान सफल हो सके। उनका कहना है कि अभियान में रफ्तार और अपेक्षित क्रियान्वयन की निगरानी के लिए हर 15 दिन में समीक्षा बैठक की जाएगी।