Uttarakhand- सिलक्यारा में चुनौती पूर्ण साबित होगी कैविटी की फीलिंग….. कार्य में लगेगा 90 दिन का समय

उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी में टनल हादसे के दौरान सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को 17 दोनों के लंबे अभियान के बाद बचा लिया गया है और उन्हें बाहर निकाल लिया गया है मगर सुरंग में जिस कैविटी के भूस्खलन से यह घटना घटित हुई है उसे फीलिंग करने में 90 दिन का समय लगेगा।

बता दे कि कैविटी की फीलिंग करना सबसे चुनौती पूर्ण कार्य है और विशेषज्ञों के अनुसार दिन-रात अगर केवल कैविटी भरने का कार्य किया जाएगा तो उसमें 90 दिन का समय लग सकता है। अगर भूगर्भीय चुनौतियों के तहत कैविटी का दायरा बढ़ा तो इससे भी अधिक समय लग सकता है। वही निर्माण कंपनी भी कैविटी की फीलिंग को चुनौती पूर्ण मान रही है यह कार्य कब शुरू होगा इसे लेकर अभी कोई भी बात सामने नहीं आई है। सिलक्यारा सुरंग में 12 नवंबर को कैविटी खुलने से भूस्खलन की घटना घटित हुई थी और इस दौरान श्रमिक भी अंदर फस गए तथा 17 दिनों तक चले लंबे बचाव अभियान के बाद उन्हें बाहर निकाला जा सका परंतु जिस कैविटी के भूस्खलन के कारण खोज बचाव में इतना लंबा समय लगा उस कैविटी को भरने और भूस्खलन के मलबे को हटाने में लगभग तीन माह का समय लग सकता है और यदि परिस्थितियों अनुकूल न रही तो इससे अधिक समय भी लग सकता है। सुरंग निर्माण विशेषज्ञ आलोक अग्रवाल के अनुसार जिस जगह कैविटी खुली है वहां रि-प्रोफाइलिंग चल रही थी और कैविटी का मलबा 60 मीटर क्षेत्र में फैला है इसलिए इसे भरने में तीन माह से अधिक का समय लग सकता है।