आज दिनांक 2 सितंबर 2023 को शनिवार के दिन भारत का पहला सौर मिशन लॉन्च हो चुका है और इस मिशन के लांच होने के बाद ही इसरो ने चंद्रयान के संबंध में एक अन्य जानकारी दी है।बता दे कि चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग के बाद से ही प्रज्ञान रोवर का चंद्रमा पर मिशन जारी है और प्रज्ञान रोवर ने चंद्रमा से कई अहम जानकारी इसरो को भेजी है जिससे कि वहां की स्थिति के बारे में पता लगाया जा रहा है। इसी बीच प्रज्ञान रोवर ने चंद्रमा पर 100 मीटर से अधिक की दूरी तय कर ली है और इसरो प्रमुख द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार प्रज्ञान रोवर और लैंडर विक्रम को एक या दो दिन के अंदर स्लीप मोड में डाल दिया जाएगा क्योंकि चंद्रमा पर रात हो जाएगी और इसके कारण ही रोवर के स्लीप मोड की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी।
इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ के अनुसार प्रज्ञान रोवर और विक्रम लैंडर अभी तक अच्छी तरह से कम कर रहा है और उनके अनुसार प्रज्ञान रोवर ने लैंडर विक्रम से 100 मीटर की दूरी तय कर ली है तथा इसरो प्रमुख द्वारा यह जानकारी सौर मिशन की लांचिंग के बाद दी गई। बता दे कि पहली बार चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव का तापमान मापा गया है। लैंडर विक्रम पर लगे पेलोड चंद्र सरफेस थर्मोफिजिकल एक्सपेरिमेंट ने चंद्र सतह के तापमान का प्रोफाइल ग्राफ भेजा था जिसमें गहराई में वृद्धि के साथ तापमान में बदलाव को दर्शाया गया है। सतह के ऊपर सामान्यतः 50 से 60 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच तापमान था और दक्षिणी ध्रुव का अधिकतम तापमान 70 डिग्री सेंटीग्रेड है और प्रज्ञान ने चंद्रमा के क्षेत्र में गंधक होने की पुष्टि भी की है।