
उत्तराखंड राज्य में कमजोर वर्ग के बच्चों को निजी स्कूलों में दाखिला लेने के लिए दूसरा मौका दिया जा रहा है। बता दे कि कमजोर व सामान्य जाति के आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को निराश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि उन्हें निजी विद्यालयों में एडमिशन का दूसरा मौका दिया जा रहा है। शिक्षा का अधिकार के तहत राज्य भर के 3965 निजी स्कूलों में प्रवेश के लिए लॉटरी प्रक्रिया दूसरी बार प्रारंभ हो गई है और पहले राउंड में इस बार निर्धारित 34,223 सीटों में से 17065 बच्चों को ही ऑनलाइन स्कूल आवंटित किए गए और अभी भी 50% सीटें रिक्त हैं। इन रिक्त सीटों पर अभिभावकों से अनुरोध किया जा रहा है कि वह पुनः प्रवेश प्रक्रिया आरंभ करें जिसके बाद अपर राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा डॉ मुकुल कुमार सती ने समस्त मुख्य शिक्षा अधिकारी व जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र जारी कर रिक्त सीटों की गणना व दूसरे चरण के अंतर्गत प्रवेश के लिए सीट पोर्टल पर जारी करने के निर्देश दिए हैं। बता दे कि लॉटरी प्रक्रिया से पहले चरण में सर्वाधिक दाखिला उधम सिंह नगर में हुआ। वहां 5274 बच्चों को दाखिला मिला और सबसे कम दाखिला रुद्रप्रयाग के बच्चों को मिला वहां केवल 72 बच्चों का चयन किया गया। आरटीई के तहत सभी स्कूलों को 25% कोटे की सीटें भरनी होती हैं इन स्कूलों में 34230 सीटें कमजोर व अपवंचित वर्ग के लिए हैं। पहले चरण में 25325 आवेदन भरे गए जिसमें से केवल 17065 बच्चे ही ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से स्कूलों में दाखिला ले पाए और अब दूसरे राउंड में छात्रों और अभिभावकों को आवेदन की प्रक्रिया अपनानी होगी। आवेदन की महत्वपूर्ण तिथि 1 से 20 अगस्त तक है। वही विद्यालय में प्रवेश के लिए लॉटरी प्रक्रिया 5 सितंबर 2023 और निजी विद्यालयों की ओर से पोर्टल पर प्रवेशित बच्चों की सूची अपलोड करने की तिथि 21 सितंबर तक है।
