प्राचीन काल में उत्तराखंड की भूमि में स्थानीय लोग काफी घरेलू दाले और अनाज उगाया करते थे जैसे मडवा, गहत, झंगोरा आदि। मगर अब उत्तराखंड के लोग अपने पहाड़ी भोजन के लिए तरसते हैं क्योंकि पलायन के कारण गांव में खेती होनी बंद हो गई हैं इसीलिए आगामी 3 और 4 दिसंबर को उत्तरकाशी रामलीला मैदान में मंगशीर बग्वाल का आयोजन होने जा रहा है जिसमें स्थानीय भोजन का लुफ्त लोग उठा पाएंगे।
भोजन करने के लिए बग्वाल में ₹200 प्रति थाली निर्धारित किया गया है। भोजन में गहत की दाल, झंगोरा की खीर, कंडाली कापली, चौंसा फाड़ू, आदि खाद्य पदार्थ शामिल किए जाएंगे। बग्वाल का अन्य आकर्षण का केंद्र लकी ड्रा प्रतियोगिता भी होगी जिसमें प्रथम को साइकिल द्वितीय को दो बेंडी, तथा तृतीय को 10 लोगों बादहाडि टोपी दी जाएगी। तथा मेले के दौरान भैलू नृत्य, गढ़ बाजण आदि कार्यक्रम से मेले की शान बढ़ाई जाएगी। मेले के आयोजक अजय पुरी द्वारा बताया गया कि कोरोना के चलते यह मेला 2 साल बाद आयोजित किया जा रहा है इसको लेकर लोगों में काफी उत्साह है। तथा यह मेला जनपद के 101 गांव के भैलु नृत्य के साथ पारंपरिक तौर पर मनाया जाएगा।