Uttarakhand -: अब सरकारी मैदानों पर खेलना हुआ महंगा, इन खिलाड़ियों को मिलेगा निशुल्क प्रवेश

देहरादून| अब प्रदेश के सरकारी मैदानों पर खेलना महंगा हो गया है| सरकार द्वारा खेल मैदानों के शुल्क में 3 गुना से अधिक वृद्धि की गई है| यह नई दरें इसी महीने से लागू हो गई है|


सरकार ने खेलों के लिए खेल अवस्थापना सुविधा शुल्क में 3 गुना से अधिक की वृद्धि कर दी है| वहीं, 2024 के लिए 38 वें राष्ट्रीय खेल की मेजबानी उत्तराखंड को मिली है| खिलाड़ियों का यह मानना है कि इससे तैयारियों पर असर पड़ना तय है|


इस संबंध में अपर सचिव का कहना है कि जो एसोसिएशन बच्चों से शुल्क नहीं लेते है वह इस शासनादेश के दायरे में नहीं आएगी|


बताते चलें कि शासन ने हॉकी, फुटबॉल और क्रिकेट मैदान के लिए अलग-अलग दरें तय की है| बहुउद्देशीय हॉल के लिए पहले कोई शुल्क नहीं था, लेकिन अब इसके लिए प्रतिदिन का 5 हजार रुपए से लेकर 30 हजार रुपए तक शुल्क तय किया गया है| इस संबंध में आदेश जारी किया गया है|


खेल अपर सचिव जितेंद्र कुमार सोनकर के अनुसार, विभाग के मैदान और हॉल को खाली समय में स्कूलों एवं खेल एसोसिएशन को दिया जा सकेगा| इसके लिए विभाग की ओर से जो शुल्क लिया जाएगा उसे खेल विकास निधि में जमा किया जाएगा| जिसके जरिए खेल और खेल सुविधाओं को बढ़ावा दिया जाएगा|


बता दें कि नई दरें नगर निगम क्षेत्र से बाहर के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ीयो, राष्ट्रीय पदक विजेता खिलाड़ी, अखिल भारतीय अंतर विवि पदक विजेता खिलाड़ी, राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभागी खिलाड़ी, राज्य स्तर पर 2 वर्षों में पदक विजेता खिलाड़ी, 8 से 14 साल एवं 14 से 23 साल के मुख्यमंत्री उदयीमान खिलाड़ी, उपनल योजना के चयनित खिलाड़ियों को प्रवेश शुल्क नहीं देना होगा|