
हिमाचल में उगने वाला जापानी फल अरुणाचल प्रदेश और उत्तराखंड के बगीचों में लहराएगा|
जानकारी के अनुसार कुल्लू की नर्सरियों में तैयार जापानी फल के पौधे उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश के लिए बड़े पैमाने पर निर्यात किए जा रहे हैं| इस वर्ष एक लाख से अधिक पौधे भेजे जा चुके हैं|
बता दे कि दोनों ही राज्यों में सीडलेस जापानी फल के पौधों की अधिक मांग है| भारतीय बागवानी विभाग के अनुमान के मुताबिक, प्रदेश में करीब 400 हेक्टेयर भूमि में जापानी फल की खेती हो रही है| प्रदेश की आबोहवा एक जैसी होने के कारण पड़ोसी राज्य में जापानी फल की अच्छी पैदावार हो रही है| देहरादून में भी जापानी फल के पौधे उगाए जा रहे हैं, जहां हिमाचल के कुल्लू से पौधे लाकर लगाए जाते हैं|
नर्सरी के संचालक कुल्लू से पौधे मंगवा रहे हैं| अरुणाचल प्रदेश में भी जापानी फल के पौधों की अच्छी मांग है|
मिली जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष लगभग एक लाख जापानी फल के पौधे उत्तराखंड के लिए निर्यात हुआ था| इस वर्ष भी जापानी फल के पौधों की मांग अधिक है| कुल्लू से भारी मात्रा में सीडलैस जापानी फल के पौधे उत्तराखंड निर्यात हो रहे है| इस साल एक लाख से अधिक पौधे उत्तराखंड भेजे जा चुके हैं|


