देहरादून| आरटीई के तहत राज्य में प्राइवेट स्कूलों के 90 हजार छात्र-छात्राओं की फीस के लिए विभाग ने नया फार्मूला तैयार किया है| जिसके तहत हर महीने अधिकतम 1893 रुपये फीस तय हुई है|
अगर यह नया फार्मूला ना बना होता तो यह फीस 4200 रुपये होती| बताते चलें कि शिक्षा के अधिकार आरटीई के तहत 3900 प्राइवेट स्कूलों में कोटे की 25% सीटों पर 90 हजार छात्र-छात्राएं हैं| प्राइवेट स्कूल आरटीई के तहत कई वर्षों से फीस बढ़ाने की मांग कर रहे हैं| मामले को लेकर प्राइवेट स्कूल हाईकोर्ट तक पहुंच गए| जिसके बाद विभाग ने कई राज्यों में लागू व्यवस्था का अध्ययन किया और नियमावली 2021 के अनुसार फीस तय की तो पता चला की फीस 4200 रुपये बन रही है| सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की घटती संख्या और शिक्षकों के बढ़ते वेतन की वजह से इतनी फीस बन रही है| जिस कारण सरकार पर अधिक वित्तीय भार पड़ रहा था| इस दौरान देखा गया कि आरटीई के तहत कौन से प्राइवेट स्कूल सबसे कम और सबसे अधिक फीस ले रहे हैं| इसके हिसाब से औसत फीस निकाली गई| इससे बात नहीं बनी तो विभाग ने केंद्रीय श्रम मंत्रालय के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर नया फॉर्मूला तय कर 1893 रुपये फीस तय की है|