
देहरादून। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद रामनगर द्वारा परीक्षा में बड़ी लापरवाही की गई हैं जहां पर देहरादून की एक छात्रा की मार्कशीट पर परिषद ने विज्ञान विषय में 28 अंक दे दिए जबकि छात्रा के 77 अंक आए थे।10वीं परीक्षा में परिषद की यह गंभीर लापरवाही सामने आई हैं छात्रा नेहा ममगाई की मार्कशीट के अंकों को देखते हुए उसने तुरंत कार्यवाही की जिसके बाद मामला प्रकाश में आया और बोर्ड द्वारा तत्काल अंक पत्र में सुधार किया गया और छात्रा नेहा ममगाई को संशोधित मार्कशीट दी गई मगर अभी भी छात्रा के अभिभावकों का कहना है कि विज्ञान में नेहा ममगाई के 80 या फिर उससे अधिक नंबर आ सकते हैं इस बात का दावा नेहा के अभिभावकों ने किया है। उन्होंने कहा है कि उत्तर पुस्तिका का दोबारा मूल्यांकन किया जाए और अगर ऐसा नहीं किया गया तो वे उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे।
बता दें कि नेहा राजकीय कन्या इंटर कॉलेज बुल्लावाला देहरादून की छात्रा है जहां से उसने हाईस्कूल की परीक्षा पास की है। बोर्ड ने उसे संशोधित अंक पत्र जारी कर दिया है जिसमें उसके 470 अंक आए हैं और जब पहले उसे मार्कशीट जारी की गई थी तो उसमें उसके 421 अंक थे और अब उसका प्रतिशत 94.0 हो गया है जो कि पहले 84.2 था। इस बार जो मेरिट लिस्ट जारी हुई है उसके 25 वें यानी कि अंतिम पायदान के छात्र- छात्राओं के 469 अंक हैं और नेहा के 470 अंक इसे देखते हुए उसके अभिभावकों ने मांग की है कि नेहा का नाम मेरिट लिस्ट में शामिल किया जाए।
इस मामले में नेहा के पिता हरिराम ममगाई द्वारा विज्ञान विषय की पुस्तिका का फिर से मूल्यांकन करने के लिए मांग की गई है और यदि बोर्ड ऐसा नहीं करता तो उनका कहना है कि उच्च न्यायालय से पुस्तिका के मूल्यांकन हेतु गुहार लगाएंगे।बता दें कि इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक आरके कुंवर द्वारा बताया गया है कि यह गड़बड़ी जिस शिक्षा अधिकारी के स्तर पर हुई है उस पर कार्यवाही चल रही है।
