Uttarakhand- स्वास्थ्य विभाग की जगह पहली बार शिक्षा विभाग ने लिया छात्र- छात्राओं के स्वास्थ्य का जिम्मा

देहरादून।उत्तराखंड राज्य में अब छात्र- छात्राओं के स्वास्थ्य के लिए शिक्षा विभाग अलर्ट हो गया है बारिश के मौसम में होने वाले संक्रमण तथा डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया आदि बीमारियों से छात्र-छात्राओं को बचाने के लिए शिक्षा विभाग ने कमर कस ली है पहली बार राज्य में ऐसा हुआ है जब स्कूली छात्र छात्राओं के स्वास्थ्य को शिक्षा विभाग ने स्वास्थ्य विभाग के भरोसे छोड़ने के बजाय खुद उनके स्वास्थ्य की रक्षा का जिम्मा लिया है। बता दें कि इस मामले में शिक्षा निदेशक माध्यमिक आरके कुंवर ने प्रदेश भर के जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि अपने- अपने स्कूल परिसरों में बीमारियों की रोकथाम के लिए उचित कदम उठाएं तथा बारिश के सीजन में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी बीमारियों से लड़ने के लिए विद्यालय परिसर में आवश्यक रोकथाम के उपाय करने जरूरी है। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों के प्रधानाचार्य इन दिए गए निर्देशों का पालन करें और विद्यालय के चारों और साफ सफाई रखें। ध्यान रहे कि स्कूल परिसर के गमलों और क्यारियों में वर्षा का पानी जमा ना हो पाए तथा कूलर के पानी को भी निरंतर बदलते रहना चाहिए। पीने के पानी की टंकी ढकी रखी होनी चाहिए और बच्चों के सभी कक्षाओं के दरवाजों में खिड़कियां और जाली लगी होनी चाहिए। विद्यालय प्रबंधन ने बच्चों को निर्देश दिए कि वे पूरी आस्तीन के कपड़े पहनकर ही विद्यालय आएं। बता दें कि शिक्षा विभाग की ओर से कहा गया है कि छात्र छात्राओं को बारिश के समय होने वाली बीमारियों के प्रति पोस्टर प्रक्रिया द्वारा जागरूक किया जाए।