
देहरादून। उत्तराखंड राज्य में नेवले की माउंटेन वीजल प्रजाति का संरक्षण किया जाएगा। लद्दाख के बाद उत्तराखंड में भी इस प्रजाति को संरक्षण मिलेगा इसके लिए सरकार द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे। यह जीव उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पारिस्थितिकी संतुलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसके संरक्षण हेतु वन विभाग के अनुसंधान सलाहकार समिति ने इसे हरी झंडी दे दी है। इसके संरक्षण हेतु विभाग के अनुसंधान शाखा द्वारा 5 वर्षीय कार्ययोजना तैयार कर ली गई है और जल्दी ही बद्रीनाथ, हरकी दून समेत अन्य स्थानों पर माउंटेन वीजल का अध्ययन शुरू किया जाएगा। बता दें कि माउंटेन वीजन के बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी होती है यह जीव काफी एकांत प्रिय स्तनधारी प्राणी है और दिखने में बहुत ही काफी खूबसूरत भी है। यह हिमालय क्षेत्र में चूहे, पीका जैसी प्रजातियों का शिकार करके उनकी संख्या को विनियमित करने में मदद करता है तथा उत्तराखंड में माउंटेन वीजल की 4 प्रजातियां पाई जाती है। इस संबंध में तैयार प्रोजेक्ट में 18.65 लाख रुपए का खर्च आने वाला है और इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए 5 साल का समय तय किया गया है।
