
देहरादून| इस बार 2 साल बाद होने जा रही कांवड़ यात्रा में 4 करोड़ से अधिक कांवडिए आने की संभावना है| इस यात्रा की तैयारियों के लिए सोमवार को अंतरराज्यीय समन्वय बैठक हुई| इसमें 7 राज्यों के आला अधिकारियों ने भाग लिया और सुरक्षा व्यवस्थाओं पर चर्चा की| कांवड़ मेला क्षेत्र को 133 सेक्टर में बांटा जाएगा| इसकी सुरक्षा व्यवस्था के लिए करीब 10 हजार से अधिक पुलिस फोर्स तैनात की जाएगी|
इस बैठक में उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, रेलवे सुरक्षा बल, आईबी के अधिकारियों ने प्रत्यक्ष और ऑनलाइन माध्यम से भाग लिया| इससे पहले डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि इस बार कांवड़ यात्रा 14 से 26 जून को आयोजित की जा रही है| कोरोना काके बाद होने जा रही पहली कांवड़ यात्रा है | सभी राज्यों से इसकी तैयारियों में अभी से जुड़ने को कहा गया| कांवड़ क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 31 जोन और 133 सेक्टरों में बांटा गया है| इसके लिए 10 हजार से भी अधिक पुलिसकर्मियों और अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है| यात्रा की सुरक्षा के लिए ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल किया जाएगा| सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ाई जाएगी| कांवड़ यात्रा में सोशल मीडिया के माध्यम से शांति व्यवस्था की अपील की जाएगी| जिसके लिए उन्होंने कांवड़ यात्रा मार्ग पर समुचित ढंग से प्रचार-प्रसार करने को कहा| हरिद्वार के पुलिस कप्तान डीआईजी डॉक्टर योगेंद्र यादव ने कहा कि हरिद्वार पुलिस ने कांवड़ मेले की तैयारियां शुरू कर दी है| उन्होंने प्रचार प्रसार भी शुरू कर दिया है| इसके तहत कांवड़ मेले में यातायात प्रबंधन नियंत्रण, यात्रा रूट पर पुलिस प्रबंध आदि की व्यवस्था को देखा जा रहा है| यात्रा में लाठी-डंडे, नुकिले भाले व अन्य हथियार पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेंगे| इसके अलावा सभी थाना पुलिस और अधिकारियों को उनका एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाने को भी कहा गया है जिससे सूचनाओं का समय से आदान-प्रदान किया जा सके|
