Uttarakhand- भीषण गर्मी के चलते कुमाऊं के बच्चों में बढ़ने लगी चिकन पॉक्स की शिकायत…. जानिए इसके लक्षण और उपाय

बागेश्वर। उत्तराखंड राज्य में 2 दिन की राहत के बाद फिर से बारिश रुकने पर गर्मी में बढ़ोतरी दर्ज की गई है और राज्य में तापमान बढ़ने के साथ- साथ ही बागेश्वर जिले के बच्चों में चिकन पॉक्स की शिकायत भी बढ़ने लगी हैं आए दिन जिला अस्पताल में इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं और इसके अलावा वायरल ,पेट दर्द, सिर दर्द और बदन दर्द के रोगी भी हर दिन अस्पताल पहुंच रहे हैं। चिकन पॉक्स के संबंध में बताते हुए डॉ पंकज पंत ने कहा कि चिकन पॉक्स यानी कि चेचक यह एक इंफेक्शन है जिसका वायरस वेरिसेला जोस्टर वायरस होता है। डॉ पंकज ने बताया कि इस संक्रमण से घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि उपाय करने की जरूरत है इसे सही करने के लिए कैलामाइन लोशन की मदद मरीज ले सकता है इससे खुजली कम करने में मदद मिलती है। ओटमील बाथ से चिकन पॉक्स में खुजली से राहत मिलती हैं तथा कैमोमाइल टी और दर्द निवारक दवाएं भी इस बीमारी में ली जा सकती हैं इस दौरान रोगी को डॉक्टर की सलाह आवश्यक रूप से लेनी चाहिए।इस बीमारी के दौरान शरीर पर बने फफोले 3 से 4 दिनों तक रहते हैं जिसके बाद सूखकर स्केब बन जाते हैं और मरीज सामान्यतः दो से चार हफ्तों में ठीक हो जाता है।