अग्निपथ योजना -: डोभाल ने प्रदर्शनकारियों को चेतावनी देते हुए दिया ये संदेश

नई दिल्ली| अग्निपथ स्कीम के ऐलान के बाद देश में जगह-जगह विद्रोह हो रहे हैं| युवा इस योजना से नाखुश है| जिस कारण युवा इस योजना का भारी विरोध कर रहे हैं| विरोध को देखते हुए सरकार और देश की तीनों सेनाएं इस स्कीम को लेकर रुख साफ कर चुकी है| वहीं अब राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भी अग्निपथ योजना को लेकर खुलकर बात की है| समाचार एजेंसी एएनआइ को इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि यह देश के लिए क्यों जरूरी है|
डोभाल ने कहा पूरा युद्ध एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है| हम संपर्क रहित युद्ध की ओर जा रहे हैं और अदृश्य शत्रु के विरुद्ध युद्ध की ओर भी जा रहे हैं| हम जानते हैं कि तकनीक तेजी से आगे बढ़ रही है| कल की तैयारी करनी है तो बदलाव ही होगा| उन्होंने कहा कि सुरक्षा एक गतिशील अवधारणा है| यह स्थिर नहीं रह सकता| यह केवल उस वातावरण के संबंध में है जिसमें हमें अपने राष्ट्रीय हित और राष्ट्रीय संपत्ति की रक्षा करनी चाहिए| आगे उन्होंने कहा कि हम जो कल कर रहे थे अगर वही भविष्य में भी करते रहे तो सुरक्षित रहेंगे यह जरूरी नहीं| यदि हमें कल की तैयारी करनी है तो हमें परिवर्तन लाना पड़ेगा| आवश्यक इसलिए था क्योंकि भारत में भारत के चारों तरफ माहौल बदल रहा है| आज भारत में बनी ak-203 के साथ नई असाॅल्ट राइफल को सेना में शामिल किया जा रहा है| यह दुनिया की सबसे अच्छी असाॅल्ट राइफल है| सैन्य उपकरणों में बहुत प्रगति की जा रही है| अग्निपथ के जरिए देखने की जरूरत है| अग्निपथ अपने आप में एक स्टैंडअलोन योजना नहीं है| 2014 में जब पीएम मोदी सत्ता में आए तो उनकी प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक भारत को सुरक्षित और मजबूत बनाना था| इसके लिए कई रास्ते ,कई कदम उठाए हैं| जिनकी आवश्यकता थी| पिछले 8 सालों में स्ट्रक्चर सुधार बहुत सारे हुए हैं| 25 साल से सीडीएस का मुद्दा पड़ा हुआ था| राजनीतिक इच्छा शक्ति न होने के कारण इसको अमल में नहीं लाया जा सका था| आज हमारे डिफेंस एजेंसी की अपनी स्पेस की स्वतंत्र एजेंसी है| डोभाल ने आगे कहा कि ‘सेना का बड़ा हिस्सा अनुभवी लोगों का होगा| अग्निवीर सिर्फ पहले 4 साल में भर्ती किए गए जवान होंगे| जो अग्निवीर नियमित होंगे उन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी| डोभाल ने यह भी साफ किया कि रेजिमेंट के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं होगी| जो रेजीमेंट हैं वह रहेगी|’
जब उनसे अग्निपथ योजना पर हिंसा में कुछ कोचिंग सेंटरों की कथित संलिप्तता के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा ‘एफआईआर दर्ज की गई है| आरोपियों की पहचान भी हो गई है| जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि इसके पीछे किसका हाथ था| इसकी पूरी तरह से जांच होनी चाहिए|’
अग्निपथ योजना के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन पर भी डोभाल ने खुलकर बोला और कहा कि ‘मुझे लगता है कि विरोध, आपकी आवाज उठाना उचित है और लोकतंत्र में इसकी अनुमति है| लेकिन इस बर्बरता इस हिंसा की अनुमति नहीं है और इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा| इसमें दो तरह के प्रदर्शन हो रहे हैं एक तो वह हैं जिन्हें चिंता है, उन्होंने देश की सेवा भी की है…. या जब भी कोई बदलाव आता है कुछ चिंताएं उसके साथ आती है| हम इसे समझ सकते हैं| जैसे-जैसे उन्हें पूरी बात का पता चल रहा है वह समझ रहे हैं| जो दूसरा वर्ग हैं उन्हें ना राष्ट्रीय से कोई मतलब है ना राष्ट्र की सुरक्षा से मतलब है| वे समाज में टकराव पैदा करना चाहते हैं| वह ट्रेन जलाते हैं, पथराव करते हैं, प्रदर्शन करते हैं ,लोगों को भड़काना चाहते हैं|’
डोभाल ने कहा कि ‘जो युवा अग्निवीर बनना चाहते हैं, उनके लिए मेरा संदेश है कि सकारात्मक रहे, राष्ट्र में विश्वास रखें, नेतृत्व पर और खुद पर विश्वास रखें|