अग्निपथ भर्ती योजना – सेना में 4 साल काम करने के बाद इन नौकरियों में मिलेगी वरीयता, इस साल 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती

केंद्र सरकार ने सेना भर्ती में बीते मंगलवार को बड़ा बदलाव किया है| रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसके लिए अग्निपथ भर्ती योजना लांच की| इसके तहत अब सेना में युवाओं को 4 साल के लिए भर्ती किया जाएगा| यह भर्ती साढ़े 17 साल से लेकर 21 साल की उम्र तक के युवाओं की होगी| नई भर्ती नियम को लेकर तमाम तरह के सवाल भी उठाए जा रहे हैं| विपक्षी पार्टियां पूछ रही है कि 4 साल की नौकरी पूरी होने के बाद युवा क्या करेंगे? उनक भविष्य का क्या होगा?,विपक्षी पार्टियों के अलावा पूरी जनता इन सवालों का जवाब चाहती है| इस बीच कई राज्य सरकार और केंद्रीय विभागों ने अग्निवीरों को सेवा समाप्त होने के बाद अपने यहां नौकरी में वरीयता देने का ऐलान किया है|
इससे पहले एक बात बता दें कि 4 साल की नौकरी के बाद युवाओं को सेना निधि पैकेज दिया जाएगा जो 11.71 लाख रुपये होगा| योजना की शुरुआत 90 दिन बाद हो जाएगी| इस साल 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी|

  • गृह मंत्री अमित शाह ने अग्निवीरों के लिए बड़ा ऐलान किया है| उन्होंने कहा कि सेना में 4 साल सेवा करने के बाद अग्नि वीरों को सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स की भर्ती में वरीयता मिलेगी| इनमें बीएसएफ, सीआईएसएफ, सीआरपीएफ, आइटीबीपी, एनएसजी और एसएसबी शामिल है| विशेषज्ञों का कहना है कि इससे पैरामिलिट्री फोर्स को भी फायदा मिलेगा और सेना से सेवा समाप्त होने के बाद अग्निवीर भी बेरोजगार नहीं घूमेंगे|
    -इसके अलावा गृह मंत्रालय ने असम राइफल की भर्ती में भी अग्निवीरों को वरीयता देने का फैसला लिया है| असम राइफल्स भी एक तरह से पैरामिलिट्री फोर्स का ही हिस्सा है|
  • मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अग्निवीरों के लिए बड़ा ऐलान किया है| उन्होंने कहा कि सेना में 4 साल की सेवा करने के बाद युवाओं को मध्य प्रदेश पुलिस की भर्ती प्रक्रिया में भी वरीयता मिलेगी|
  • इसके अलावा अग्नि वीरों को यूपी पुलिस व होमगार्ड की भर्ती में भी वरीयता मिल सकती है| हालांकि, अभी इसके लिए आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है| योगी सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि अग्निवीरों को वरीयता देने के लिए जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ऐलान करेंगे|
  • अग्नि वीरों के पास सेना में 4 साल की सेवा देने के बाद अफसर बनने का भी विकल्प होगा| ऐसे नौजवान अपनी पढ़ाई पूरी करके सीडीएस और शार्ट सर्विसेज के जरिए सेना में अफसर बन सकते हैं| रिटायर्ड कर्नल अशोक मोर ने कहा कि सीडीएस में आयु सीमा 25 साल की होती है, जबकि शार्ट सर्विसेज में 26 साल| ऐसे में अगर कोई युवा साढ़े 17 साल में अग्निवीर बनता है तो उसे सेना में साढे 21 साल की उम्र तक सेवा देनी होगा| इसके बाद स्नातक करके वह सीडीएस और शॉर्ट सर्विसेज के लिए अर्ह होगा|