कुमाऊं से अंकिता जैसी 47 बेटियां लापता, उठ रहे यह सवाल

हल्द्वानी| पौड़ी जिले की गंगा भोगपुर यम्केश्वर स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट की रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या से पूरे उत्तराखंड में जबरदस्त आक्रोश है| अंकिता को न्याय दिलाने के लिए लोग सड़कों पर उतर रहे हैं और आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे हैं|


यहां सवाल अंकिता पर ही खत्म नहीं होता, कुमाऊं से अंकिता जैसी 47 बेटियों का अपहरण हो चुका है| यह बेटियां अब तक सुरक्षित है भी या नहीं, यह सवाल हर पल उनके स्वजनों को कौंधते रहता है|
88% अंक से इंटर पास करने वाली अंकिता को एक होटल में नौकरी के लिए मजबूर होना पड़ा| नौकरी का अंजाम बनी मौत|
अंकिता को छोड़कर कुमाऊ का रिकॉर्ड देखा जाए तो आंकड़े हैरान करने वाले हैं| 6 जिलों से 3 साल में 278 बेटियों का अपहरण हुआ| जिसमें से पुलिस ने 241 बेटियों को सकुशल बरामद कर लिया| जिसमें कई दरिंदगी का शिकार भी हुई| लेकिन 47 बेटियों का आज तक कुछ पता नहीं चल सका| लापता बच्चों की खोज के लिए पुलिस हर साल ऑपरेशन स्माइल चलाती है| जिसका रिजल्ट हर साल निराशाजनक रहा है| 3 साल में अपहरण हुई बेटियों का आंकड़ा ही पुलिस के लिए चुनौती भरा है| पिछले 3 साल में लापता 150 बेटियों का कुछ पता नहीं चल सका|
डीआईजी डॉ. नीलेश आनंद भरणे ने कहा कि अंकिता भंडारी की हत्या के बाद पुलिस सतर्क है| रिसॉर्ट में छापेमारी हो रही है| लंबे समय से अपहरण और लापता बेटियों को खोजने के निर्देश दिए हैं| इसके अलावा समय-समय पर ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं|