मूल्य नियंत्रण के दायरे में आई 33 दवाएं, जरूरी दवाओं के मूल्य में आएगी कमी

राष्ट्रीय औषधि मूल्य नियंत्रण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने जिन दवाओं को मूल्य नियंत्रण के दायरे में लाने की घोषणा की है उनमें अधिकांश एक जैसी बीमारियों के इलाज में काम आती है, लेकिन अलग-अलग कंपनियों की ओर से बनाई जाती है| बता दें एनपीपीए ने तय डोज वाली 33 नई काॅम्बीनेशन दवाओं को मूल्य नियंत्रण के दायरे में लाने की घोषणा की है| यह दवाएं रक्तचाप, मधुमेह, बच्चों में बैक्टीरिया संक्रमण के इलाज, कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड काम करने व अन्य सामान्य बीमारियों के इलाज में काम आती है| इस फैसले से इन जरूरी दवाओं के मूल्य में कमी आएगी|


यह आदेश सोमवार को जारी हुआ था| आदेश में एनपीपीए ने इन दवाओं की सूची जारी की है|
प्राधिकरण ने कहा है कि कंपनियां सरकार की ओर से तय मूल्य से अधिक कीमत पर इन्हें बेच सकती है, हालांकि कंपनियों को जीएसटी वसुलने की छूट दी गई है, बशर्ते कंपनियां जीएसटी चुका रही हों|