
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष राजेंद्र अजय ने मीडियाकर्मियों से वार्ता के दौरान कहा कि प्रत्येक धार्मिक स्थल की अपनी परंपरा और मर्यादा होती है| उसी के अनुसार वहां मर्यादित आचरण करना चाहिए और मर्यादित वस्त्र पहनकर आना चाहिए|
बता दें राजेंद्र अजय से मीडियाकर्मियों ने पूछा कि महानिर्वाणी अखाड़े ने यह कहा है कि यदि स्त्री-पुरुष मंदिरों में आ रहे हैं तो उनका 80% शरीर ढका होना चाहिए| सभी को मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए| जिस पर उन्होंने उत्तर दिया और कहा कि प्रत्येक धार्मिक स्थल की अपनी मान्यताएं और मर्यादा होती है| जिसके अनुसार आचरण और वेशभूषा होनी चाहिए| पर्यटन और धार्मिक यात्रा के फर्क को समझना चाहिए| स्वभाविक रूप से यदि आप धार्मिक स्थल की यात्रा पर जाते हैं तो आप की वेशभूषा मर्यादित होनी चाहिए| यह उन धार्मिक स्थलों के लाखों-करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़ा विषय है, जहां आप यात्रा पर जा रहे हैं| धार्मिक स्थलों की मान्यता से छेड़छाड़ करने का किसी को अधिकार नहीं है| मर्यादित आचरण, व्यवहार और वस्त्र पहनकर ही मंदिर जाना चाहिए|
