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उत्तराखंड राज्य में एसआईटी ने भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड में बीएमएस की फर्जी डिग्री पंजीकरण कराने के मामले में परिषद के 3 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में कनिष्ठ सहायक विमल बिजलवाण, वैयक्तिक सहायक विवेक रावत व अंकुर महेश्वरी शामिल है। बता दें कि बीएमएस की फर्जी डिग्री तैयार करने के मामले में एसआईटी द्वारा जांच की जा रही है। गिरफ्तार किए गए इन तीनों आरोपितों से एसआईटी के प्रभारी आईपीएस सर्वेश पवार ने पूछताछ की। पूछताछ के दौरान पता चला कि आरोपितों ने गिरोह के सरगना इमलाख के साथ मिलकर फर्जी डिग्रियां बांटी और फर्जी रजिस्ट्रेशन भी किए। एसआईटी द्वारा गिरफ्तार किए गए इन तीनों आरोपितों के माध्यम से सारे कागज जमा होते थे जिसके बाद यह वेरिफिकेशन फाइल तैयार कर जिस यूनिवर्सिटी की डिग्री होती थी उस यूनिवर्सिटी के लिए व जिस राज्य की डिग्री होती थी उस बोर्ड में भी वेरिफिकेशन के लिए फाइल डाक से भेजते थे और फाइल में कुछ ना कुछ कमी रहती थी जिससे यूनिवर्सिटी वाले फाइल को वापस नहीं करते थे और डाक से भेजने के कुछ दिन बाद इमलाख कर्नाटक, बिहार समेत अन्य स्थानों पर जाता था तथा फर्जी एनओसी तैयार करवाता था जिसे वह उस यूनिवर्सिटी के बाहर तथा उसी राज्य से वापस चिकित्सा परिषद के लिए डाक पोस्ट करता था और इस तरह से यह लोग फर्जी रजिस्ट्रेशन करवाते थे और फर्जी डिग्री से जितने भी पैसे मिलते थे यह लोग आपस में बांट लेते थे। एसआईटी को इनसे कुछ फर्जी दस्तावेज भी बरामद हुए हैं और अब एसआईटी आगे की कार्यवाही कर रही है।
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