Uttrakhand:- कहीं नही जाएगा जोशीमठ….. जानिए क्या बोले आपदा प्रबंधन सचिव

उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में स्थित जोशीमठ में बीते वर्ष 1976 से भूमि कटाव की समस्या बनी है और अब जाकर यह समस्या काफी अधिक बड़ी बन चुकी है तथा लोगों के मकानों में दरारे आनी शुरू हो गई है। कई लोगों को अस्थाई तौर पर शिफ्ट भी किया गया है और वैज्ञानिकों की टीम इस समस्या के कारणों की तह तक जाने के लिए जोशीमठ में अध्ययन कर रही है। वैज्ञानिकों ने माना है कि इस समस्या का समाधान हो जाएगा और जोशीमठ के उपचार के लिए प्रभावी ढंग से कदम उठाए जाएंगे। इस मामले में आपदा प्रबंधन सचिव डॉ रंजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि जोशीमठ कहीं नहीं जा रहा है वह वही रहेगा। इसके लिए सरकार ठोस कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है और सरकार इसका उपचार करेगी। इसमें कोई भी कमी नहीं छोड़ी जाएगी। साथ में उन्होंने यह भी बताया है कि जोशीमठ में अध्ययन कर रहे वैज्ञानिकों का कहना है कि वहां की ऊपरी भूमि सूखी है और नीचे नमी अधिक है। यानी कि पानी सीधे नीचे जा रहा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि उपचारात्मक कार्यों से भूमि कटाव रोका जा सकता है। सरकार इसके लिए सभी प्रयास करेगी। इसके अलावा उनका कहना था कि सोमवार को जोशीमठ में दिए जाने वाले राहत पैकेज पर भी चर्चा की जाएगी।