उत्तराखंड राज्य में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आगामी 14 जनवरी 2022 को सूर्य उपासना के पर्व उत्तरायणी पर नई सौर ऊर्जा नीति लांच करने जा रहे है। बता दें कि उत्तराखंड को हरित प्रदेश बनाने के संकल्प की आधारशिला नए साल के पहले महीने के पहले पखवाड़े में रखी जाएगी और सरकार आगामी 2027 तक 4000 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन करने के लक्ष्य को आगे बढ़ाएगी और इस सौर ऊर्जा की खरीद अनिवार्य रूप से ऊर्जा निगम द्वारा की जाएगी। आगामी कैबिनेट में इस संशोधित नीति को रखा जाएगा। दरअसल जल विद्युत परियोजनाओं के बलबूते पर ऊर्जा प्रदेश बनने की उम्मीदों को पर्यावरणीय बंदिशों के कारण झटका लगने के बाद सरकार सौर ऊर्जा उत्पादन में साहसिक निर्णय लेने जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा दिए गए निर्देश पर विशेष तैयारी के साथ नई ऊर्जा नीति को अंतिम रूप दिया जा रहा है और उत्तरायणी पर्व के अवसर पर इस नीति को क्रियान्वित किया जाएगा। इस नीति को धरातल पर 3 चरणों में उतारा जाएगा। जब राज्य 25 वर्ष पूरे कर लेगा यानी कि 2025 तक 2000 मेगावाट और सरकार के 5 वर्ष पूरे होने पर यानी कि 2027 तक 4000 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है तथा उसके बाद 10 से 20 हजार मेगा वाट सौर ऊर्जा उत्पादन करने की दिशा में सरकार कदम बढ़ाएगी।
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