Uttrakhand- कैबिनेट मंत्री ने किया अस्पताल का निरीक्षण…… एक भी मरीज भर्ती ना होने पर फूटा गुस्सा

उत्तराखंड राज्य में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कोरोना की आशंका को देखते हुए गढ़ी कैंट स्थित छावनी परिषद देहरादून में अस्पताल का निरीक्षण किया। अस्पताल का संचालन पीपीपी मोड पर छावनी परिषद द्वारा किया जा रहा है। अस्पताल पहुंचने पर कैबिनेट मंत्री ने तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा क्षेत्रवासियों के द्वारा मिली समस्याओं पर नाराजगी व्यक्त की। इस बीच उन्होंने मरीजों से ओपीडी शुल्क जाना तो उनका पारा चढ़ गया। बता दें कि मरीजों को ₹90 ओपीडी शुल्क भरना पड़ता है जिसे सुनते ही मंत्री का पारा चढ़ गया और उन्होंने कहा कि यह पीपीपी मोड पर संचालित अस्पताल है मानक के आधार पर ओपीडी शुल्क निर्धारित किया जाना चाहिए तथा साथ में उन्होंने यह भी कहा कि यहां समस्याओं के समाधान के लिए सीएमओ की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जाए और आगामी 28 जनवरी तक रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। उनका कहना था कि सरकार के साथ विधायक निधि व कई संस्थाओं के सहयोग से कोरोना काल में इस अस्पताल का निर्माण कराया गया था और उम्मीद जताई गई थी कि इसका लाभ क्षेत्र की जनता को मिल सके लेकिन उन्हें समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं साथ में उन्होंने यह भी कहा कि मेरे कहने के बावजूद भी समस्याओं का समाधान अभी तक नहीं हो पाया है। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में कैबिनेट मंत्री को एक भी मरीज भर्ती नहीं मिला इससे उनका गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने सवाल किया कि यह किस तरह की व्यवस्था है जहां मरीज ही नहीं है। इस सवाल पर स्थानीय लोगों द्वारा बताया गया कि यहां कोई इलाज नहीं होता जो मरीज आता है अस्पताल संचालक उसे इसी रोड स्थित अस्पताल में भेज देते हैं और यहां पर चिकित्सकों की भी व्यवस्था नहीं है तथा भारी शुल्क वसूला जाता है। इस तरीके की व्यवस्था देख कैबिनेट मंत्री काफी आक्रोशित हुए।