Uttrakhand- मौसम की बेरुखी का असर सेहत के साथ-साथ नैनी झील में भी आया नजर….. पढ़ें पूरी खबर

उत्तराखंड राज्य में शीतकालीन वर्षा न होने के कारण नैनीझील के साथ-साथ सेहत पर भी इसका असर पड़ रहा है। दरअसल मानसून खत्म होने के बाद राज्य में शीतकालीन वर्षा नहीं हो पा रही हैं और वर्षा ना होने के कारण नैनी झील को रिचार्ज करने वाले प्राकृतिक जल स्रोतों का पानी भी लगातार घट रहा है जिससे झील के जलस्तर में लगातार गिरावट दर्ज हो रही है। बता दें कि रोजाना झील के पानी में आधे इंच की गिरावट हो रही है और वर्तमान में झील का पानी 7.10 फीट ही रह गया है और पिछले साल की तुलना में यह पानी डेढ़ फीट कम है। 3 महीने पहले तक झील में काफी पानी था और यदि ऐसा ही हाल बना रहा तो गर्मियों में झील का जलस्तर न्यूनतम हो जाएगा। बता दें कि नैनी झील का अस्तित्व वर्षा के जल पर टिका हुआ है क्योंकि झील को पानी की आपूर्ति पहाड़ी से निकलने वाले 62 नालों से होती है और वर्षा ना होने के कारण इनमें भी पानी की कमी देखने को मिल रही है। पिछली बार दिसंबर 2021 और 8 जनवरी 2022 तक राज्य में 22 मिमी वर्षा और 1 सेंटीमीटर बर्फबारी हो चुकी थी तथा तब झील का जलस्तर 9.4 फीट बना हुआ था लेकिन इस बार अक्टूबर माह के बाद वर्षा ना होने के कारण झील के जलस्तर में तेजी से गिरावट दर्ज हो रही है।