Uttarkashi -: सुरंग में फंसी 41 जिंदगियां आजाद होने को बेकरार, चिकित्सका टीमों को अलर्ट मोड पर रखा

उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को निकाले जाने के बाद चिकित्सीय सुविधा देने के लिए एम्स में भी पूरी तैयारी की है| एम्स प्रशासन का यह कहना है कि यदि मजदूरों को एम्स भेजा गया तो उन्हें बेहतर चिकित्सीय सुविधा प्रदान की जाएगी|
उत्तरकाशी के सिलक्यारा में सुरंग में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए रेस्क्यू का सामान लेकर आज शुक्रवार को उड़ीसा से एक मालगाड़ी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पहुंचेगी| बुधवार को गुजराती के वापी से दो ड्रिलिंग मशीन को मंगाने के बाद एक मालगाड़ी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पहुंची थी| यहां से चार ट्रकों से मशीन को उत्तरकाशी भेजा गया था| उड़ीसा से मालगाड़ी पहुंचने के बाद रस्क्यू उपकरणों को उत्तरकाशी भेजा जाएगा|


योगनगरी रेलवे स्टेशन के स्टेशन प्रबंधक जीएस परिहार के मुताबिक, एक मालगाड़ी देर रात तक ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी|
दिवाली के दिन से उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सुरंग में हुए हादसे में फंसे 41 श्रमिक जल्द बाहर आ सकते हैं| आज 13 वें दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है| उम्मीद जताई जा रही है कि आज मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा|


बता दें, बचाव अभियान में इस्तेमाल की जा रही ड्रोन तकनीक पर रक्वाड्रन इंफ्रा माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड के एमडी और सीईओ सिरिएक जोसेफ कहते हैं कि, यह ड्रोन नवीनतम तकनीकों में से एक है| जो सुरंग के अंदर जा सकती है| जिन क्षेत्रों में जीपीएस काम नहीं करता इनकी पहुंचे वहां भी है|
बता दें, रेस्क्यू ऑपरेशन में केंद्र व राज्य सरकार की कुल 19 एजेंसियां जुटी है|