
देहरादून। उत्तराखंड राज्य में एक के बाद एक घोटालों का पर्दाफाश हो रहा है। पिछले समय में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में निलंबित एवं सेवानिवृत्त आईएएस रामविलास यादव को गिरफ्तार कर लिया गया था जिसने लखनऊ विकास प्राधिकरण में सचिव के पद पर रहते हुए आय से काफी अधिक संपत्ति अर्जित कर ली। यानी कि अपने पद का दुरुपयोग करके काफी मोटी कमाई की है इस संबंध में अब जाकर विजिलेंस की ओर से रामविलास यादव का 3 सालों का आय- व्यय निकाला गया है यानी कि 2013 से 2016 तक उसके कार्यकाल के समय का आय-व्यय का हिसाब लगाया गया जिसमें पता चला कि रामविलास यादव ने उसकी आय से 25 गुना अधिक संपत्ति अर्जित की है।
इसी के दौरान विजिलेंस ने 2500 पेजों की चार्जशीट बीते बुधवार को कोर्ट में दाखिल की है जिसके बाद आगामी 20 अगस्त 2022 को यादव की पेशी कोर्ट में होगी और इसी दौरान उसे चार्जशीट की एक कॉपी दे दी जाएगी। विजिलेंस की ओर से कोर्ट में पैरोंकारी करने वाले सुरेंद्र सिंह ने इस बारे में कहा कि उनकी कार्यवाही पूरे तथ्यों के आधार पर की गई हैं और रामविलास यादव के बारे में तथ्य जुटाने हेतु विजिलेंस की टीम को कुछ दिनों तक उत्तर प्रदेश में भी रहना पड़ा और उसके बाद जाकर रामविलास यादव की सारी संपत्ति का रिकॉर्ड जुटाया गया है। बीते 22 जून 2022 को रामविलास यादव देहरादून में विजिलेंस के समक्ष पेश किया गया जहां उससे 13 घंटे की पूछताछ चली और उसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया और फिर उसे निलंबित कर दिया गया।
