देहरादून। भारत में उत्तराखंड एकमात्र ऐसा राज्य है जिसके प्रत्येक जिले में बाघ पाए जाते हैं उत्तराखंड को बाघो के लिए काफी मुफीद समझा जाता है और यह बाघों के आवास वाला एकमात्र राज्य है जिसके हर जिले में बाघ पाए जाते हैं। बता दे कि वर्ष 2014 में राज्य में 340 बाघ थे और 2019 में ये आंकड़ा बढ़कर 442 पहुंच गया।उत्तराखंड के दोनों मंडलों कुमाऊं और गढ़वाल मंडल में दो पार्क हैं ।पहला जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क व दूसरा राजाजी नेशनल पार्क यदि इन दोनों को मिला दिया जाए तो प्रदेश के टाइगर रिजर्व में सर्वाधिक बाघ इन्हीं में पाए जाते हैं। उत्तराखंड राज्य के सभी 13 जिलों में बाघों की उपस्थिति पाई गई हैं और वन विभाग द्वारा इन बाघों को कैमरे में कैद किया गया है तथा उत्तराखंड के जंगलों में बाघ के पंजो और मृत जानवरों के सबूत भी मिलते हैं।उत्तराखंड राज्य में पिछली जनगणना के दौरान 442 बाघ नजर आए और मध्य प्रदेश व कर्नाटक के बाद इस गणना में उत्तराखंड का ही नंबर था इसमें से 250 बाघ कॉर्बेट में मिले थे इसके अलावा कामर्शियल सर्किल कहे जाने वाले वेस्टर्न सर्किल के पास डिवीजन में करीब 130 बाघ पाए गए इस वजह से इस सर्किल को बाघ मित्र का अवार्ड भी मिल चुका है।
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