
उत्तराखण्ड राज्य में एसआईटी द्वारा पटवारी भर्ती परीक्षा लीक कांड में संलिप्त सभी व्यक्तियों को एक-एक करके गिरफ्तार किया जा रहा है और एसआईटी द्वारा इस मामले में दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जिसमें से एक आरोपित एई परीक्षा का एक अभ्यर्थी है और दूसरा जेल में बंद संजीव दुबे का मौसेरा भाई। दोनों ने पटवारी परीक्षा के अभ्यर्थियों को पेपर पढ़ाने के लिए 25- 25 हजार रुपए एडवांस लिए थे। इस मामले में छानबीन के दौरान जेल में बंद आरोपित संजीव दुबे के मौसेरे भाई देवी सिंह और जेल में बंद पॉलिटेक्निक शिक्षक राजपाल के छात्र धर्मेंद्र को गिरफ्तार किया है। एसआईटी द्वारा धर्मेंद्र कुमार पुत्र अमरपाल सिंह निवासी लालवाला मजबता थाना बुग्गावाला हरिद्वार को ग्राम आनेकी रोशनाबाद से गिरफ्तार किया गया है। उनकी गिरफ्तारी के बाद एसआईटी प्रभारी रेखा यादव द्वारा बताया गया कि धर्मेंद्र ने मई 2022 में एई भर्ती का पेपर दिया था और उस समय वह पेपर लीक कांड में शामिल नहीं था। लेकिन जनवरी 2023 में हुई पटवारी भर्ती परीक्षा में उसने राजपाल के कहने पर अपने घर में पेपर पढ़वाते हुए ₹25000 लिए। इन दोनों आरोपितों को एसआईटी द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है।
