उत्तराखंड राज्य में परिवहन निगम अपने 5000 कर्मचारियों को वर्दी देने जा रहा है। बता दे कि बीते मंगलवार को इसके लिए आदेश भी जारी हो चुके हैं। निगम अपने चालक, परिचालक और कार्यशाला कर्मचारियों को वर्दी देने जा रहा है तथा परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. आनंद श्रीवास्तव की स्वीकृति के बाद महाप्रबंधक दीपक जैन ने इसके लिए आदेश भी जारी कर दिए हैं।
उनके अनुसार वर्दी भत्ते पर करीब 82 लाख रुपए का व्यय आएगा। नैनीताल उच्च न्यायालय के आदेश के बाद परिवहन निगम बीते वर्ष 2021 में चालक, परिचालक और कार्यशाला के तकनीकी कर्मचारियों के लिए वर्दी पहनना अनिवार्य कर दिया था और नियमों के अनुसार वर्दी की अनिवार्यता पहले से ही थी लेकिन निगम के घाटे में होने के कारण कर्मचारियों को वर्दी भत्ता नहीं दिया जा रहा था। वर्दी ना पहनने पर चंडीगढ़ और दिल्ली में जब बसों का चालान हुआ तो इस बीच उच्च न्यायालय ने भी आदेश दिया तब निगम प्रबंधन ने वर्ष 2021 में वर्दी भत्ता दिया था। इसके साथ ही वर्दी पहनना अनिवार्य भी कर दिया गया। महाप्रबंधक दीपक जैन के अनुसार प्रबंधन की ओर से प्रत्येक कार्मिक को वर्ष में एक बार 1650 रुपए वर्दी भत्ता दिया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि 452 नियमित चालक, 493 संविधान चालक, 790 विशेष श्रेणी चालक, 627 नियमित चालक ,186 संविदा परिचालक,1544 विशेष श्रेणी परिचालक, 57 पीआरडी परिचालक, 68 प्रवर्तन कार्मिक, 297 नियमित तकनीकी कार्मिक, 491 बाह्यस्रोत तकनीकी कार्मिकों को वर्दी भत्ता दिया जाएगा।