Uttarakhand- आदमखोर गुलदार को लेकर अदालत ने विशेषज्ञ कमेटी बनाने का निर्देश देते हुए वन विभाग से मांगी रिपोर्ट

उत्तराखंड राज्य के भीमताल क्षेत्र के अंतर्गत इन दिनों गुलदार और बाघ ने काफी आतंक मचाया हुआ है। बता दें कि राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में गुलदार का आतंक सबसे अधिक सामने आ रहा है और लोग घरों से निकलने में भी डर रहे हैं।

नैनीताल में गुलदार कई लोगों की जान ले चुका है मगर अभी तक विभाग के हाथ कुछ नहीं लगा है ऐसे में मामला अदालत तक पहुंच चुका है। भीमताल व आसपास आदमखोर आतंकी के मामले में स्वतः संज्ञान लेती जनहित याचिका पर राज्य की शीर्ष अदालत में सुनवाई की गई और इस दौरान वन विभाग द्वारा बताया गया कि आदमखोर बाघ है हालांकि लोग आदमखोर को गुलदार बता रहे हैं। कोर्ट ने सवाल पूछा है कि यह आदमखोर बाघ है या फिर गुलदार 28 दिसंबर तक इसकी रिपोर्ट वन विभाग द्वारा सौंपी जाए। अदालत ने नरभक्षी को चिन्हित करने के लिए विशेषज्ञ कमेटी बनाने के निर्देश भी दिए हैं और इस कमेटी में वाइल्ड लाइफ इंडिया के विशेषज्ञ डॉक्टर पराग निगम भी शामिल होंगे। इसके साथ ही कोर्ट का कहना है कि अगर वन्य जीव चिन्हित हो जाता है तो उसे ट्रेकुलाइज किया जाए। भीमताल में अब तक दो महिलाओं व एक व्यक्ति को वन्य जीव मार चुका है। हिंसक जानवर को नरभक्षी घोषित करते हुए उसे मारने के मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक के आदेश का संज्ञान लेते हुए भी कोर्ट ने पहले सुनवाई की थी और अधिकारियों से गुलदार को मारने की अनुमति देने के प्रावधान के बारे में जानकारी मांगी गई है।