
उत्तराखंड राज्य में इस बार गर्मी आने से पहले ही बरसात शुरू हो गई है। बता दें कि राज्य में सर्दी ने मई के माह में पिछले 12 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मई के माह में गर्मी से पसीने छूटने के बजाय लोगों की कपकपी छूट रही है और मौसम को लेकर विभाग द्वारा अलर्ट जारी कर दिया गया है। राज्य के पर्वतीय इलाकों में बर्फ पढ़ने का अनुमान लगाया गया है और वही बारिश की वजह से मैदानी इलाकों के तापमान में गिरावट दर्ज हुई है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में आए बदलाव ने मई माह में लोगों को फरवरी की शुरुआत जैसी ठंड का एहसास कराया है और पहाड़ों से लेकर तराई भाबर तक लोग बदले मौसम का लुफ्त ले रहे हैं। बता दें कि एक तरफ बारिश से जहां गर्मी से राहत मिल रही है वहीं दूसरी तरफ काफी नुकसान भी हुआ है। बारिश के कारण चार धाम यात्रा भी बाधित हो रही है तथा फसलों को भी नुकसान पहुंच रहा है। राज्य के हल्द्वानी में बीते 24 घंटो में 10.4 मिमी बारिश हुई और अधिकतम तापमान में 7 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। बता दें कि मई की शुरुआत में 52 मिमी तक बारिश हो चुकी हैं और राज्य में 4 मई तक मौसम को लेकर बदलाव की संभावना नजर नहीं आ रही है। बता दें कि जहां पिछली बार तक अप्रैल और मई माह में दो से तीन पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होते थे वहीं इस बार 5 पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुए जिसके कारण मई माह में काफी अधिक बारिश दर्ज की जा रही है।
