
राज्य के मेडिकल कॉलेजो के लिए एसओपी तैयार हो रही है और ऐसे में अब नए साल से नया नियम भी लागू होने जा रहा है।एसओपी में डॉक्टर से लेकर कर्मचारियों के कार्य दायित्वों की निर्वहन की स्पष्ट रूपरेखा तैयार की जाएगी इसका पालन हर डॉक्टर और कर्मचारियों को करना अनिवार्य होगा। राजकीय मेडिकल कॉलेज के संचालन के लिए मानक प्रचलन प्रक्रिया बनाई जाएगी डॉक्टर और कर्मचारियों के लिए बायोमेट्रिक उपस्थिति भी अनिवार्य होगी और भर्ती मरीजों को प्रतिदिन दिए जाने वाले भोजन संबंधी मेन्यू वार्ड के बाहर चस्पा करना होगा। यह व्यवस्था नए साल से लागू कर दी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत द्वारा चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की गई इस दौरान उन्होंने यह निर्देश दिए। उनका कहना था कि एसओपी में डॉक्टर से लेकर कर्मचारियों के दायित्वों के निर्वहन की स्पष्ट रूपरेखा तैयार की जाएगी और एसओपी का उल्लंघन करने वाले के खिलाफ कार्यवाही होगी। इस दौरान यह भी कहा कि किसी भी प्रकार के संक्रमण को दूर रखने के लिए प्रत्येक दिन भर्ती मरीजों के बेड की चादर बदलनी होगी। बैठक में हेमवती नंदन बहुगुणा चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एमएल ब्रह्म भट्ट समेत कई अन्य जन मौजूद रहे।

