उत्तराखंड राज्य के पंच केंद्रों में शामिल द्वितीय केदार मध्य महेश्वर भगवान अपनी शीतकालीन गद्दी स्थल में बीते शनिवार को पूरे विधि विधान से विराजमान हो गए हैं।
बता दें कि भगवान ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विराजमान हो गए हैं और अब आने वाले 6 महीनो तक यहीं पर भगवान की पूजा की जाएगी तथा वह यही भक्तों को दर्शन देंगे। इस अवसर पर मंदिर को 10 कुंतल फूलों से सजाया गया और अपने तीन प्रवास के बाद डोली के ऊखीमठ पहुंचने पर भक्तों ने फूल मालाओं से स्वागत किया तथा कार्यक्रम जो तय किया गया था उसके अनुसार भगवान मध्य महेश्वर की डोली सेना के बैंड के साथ 2:15 बजे शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंची। डोली के शीतकालीन गद्दी स्थल पहुंचने से पहले केदार मंदिर के रावल भीमाशंकर समेत मंदिर समिति के कार्य अधिकारी आरसी तिवारी ने मंगलचौरी, ब्राह्मणखोली पहुंचकर भगवान मध्य महेश्वर की चल विग्रह डोली का स्वागत किया और लोगों ने भी उनकी डोली के दर्शन किए। बता दें कि बीते 22 नवंबर को द्वितीय केदार मध्य महेश्वर के कपाट बंद हो गए थे जिसके बाद शनिवार को भगवान अपनी शीतकालीन गद्दी पर विराजमान हो गए हैं उनके आगमन पर ऊखीमठ में तीन दिवसीय मध्य महेश्वर मेले का आयोजन किया गया है।