
उत्तराखंड राज्य में कई स्कूल ऐसे हैं जहां पर बच्चों को दाखिला नहीं मिल पाता और यह भी बड़ा चिंताजनक विषय है कि कई स्कूलों में छात्रों की संख्या 10 से भी कम होती है। जी हां विकासनगर ब्लाक के दूरस्थ प्राथमिक विद्यालय पष्टा में कई साल से लगातार छात्र संख्या घट रही हैं और वर्तमान समय में स्कूल के अंतर्गत केवल दो ही छात्र अध्ययनरत है जिन्हें 3 शिक्षक पढ़ाते हैं। दरअसल यहां पर पहले दो ही शिक्षक तैनात किए गए थे लेकिन पदोन्नति के दौरान यहां हेड मास्टर की भी तैनाती कर दी गई। इसी तरह विद्यालय में केवल 2 छात्र अध्ययनरत हैं और उन्हें 3 शिक्षक देखते हैं। आज भी भारत के ऐसे कई स्कूल है जहां पर शिक्षकों की संख्या बेहद कम है लेकिन वहीं दूसरी तरफ हमें ऐसे भी स्कूल देखने को मिलते हैं जहां पर छात्रों की संख्या ना के बराबर हैं। स्कूल का हाल अधिकारियों को भी पता है मगर फिर भी कोई कुछ नहीं करता।बता दें कि हर वर्ष इस शिक्षा सत्र की शुरुआत में ब्लॉक से लेकर जिला और निदेशालय स्तर तक प्रत्येक विद्यालय की छात्र संख्या मुहैया कराई जाती है जिसके लिए एक पोर्टल भी शिक्षा विभाग द्वारा बनाया गया है। बता दें कि शिक्षकों को मनमाफिक पदोन्नति देने के लिए यह सब किया गया है। बता दें कि प्राथमिक विद्यालय ढकरानी में पहले से हेड मास्टर तैनात है लेकिन विभागीय अधिकारियों द्वारा इसी विद्यालय में सहायक अध्यापिका को पदोन्नति दे दी गई हैं।इस मामले को लेकर खंड शिक्षा अधिकारी वीपी सिंह द्वारा कहा गया है कि उन्होंने अभी तक पदोन्नति की सूची नहीं देखी है और स्कूल में मानक से अधिक शिक्षक होने पर उनकी तैनाती अन्य विद्यालय में कर दी जाएगी और जहां पर दो हेडमास्टर है वहां पर केवल एक ही हेडमास्टर को तैनात किया जाएगा। जब यह मामला संज्ञान में आया तो शिक्षिका की पदोन्नति निरस्त कर दी गई।
