
उत्तराखंड। ज्यादातर महिलाएं रात का सफर निजी टैक्सियों से करने के बजाए रोडवेज बसों से करना ज्यादा पसंद करती है। क्योंकि वह रोडवेज बसों में खुद को ज्यादा सुरक्षित महसूस करती है मगर हैरान कर देने वाली बात यह है कि अब रोडवेज बस में भी बेटियां और महिलाएं सुरक्षित नहीं है।
दरअसल मामला यह है कि देहरादून निवासी एक युवती चंपावत के बैंक में कार्यरत है तथा छुट्टियां पूरी होने के बाद युवती देहरादून से चंपावत वापस लौट रही थी जिसके लिए उसने ऑनलाइन टिकट भी बुक करवाया था। तथा जिस बस में वह बैठी थी उस बस का बस कंडक्टर अपने सीट में ना बैठ कर युवती के बगल में आकर बैठ गया तथा आधी रात को जब युवती को महसूस हुआ कि उसके शरीर को कोई छू रहा है तो उसकी नींद अचानक खुल गई तथा वह अपनी सीट से खड़ी हो गई और जोर से चिल्लाई बस कंडक्टर की इस हरकत पर बस में बैठे अन्य यात्रियों ने विरोध जताया जिसके बाद बस कंडक्टर चुपचाप बैठ गया मगर थोड़ी देर बाद वह फिर वही हरकतें करने लग गया।
घटना के बाद युवती ने महिला हेल्पलाइन को फोन कर घटना का विवरण दिया। तथा इसके उपरांत पुलिस ने महिला को नेहरू कॉलोनी थाने में कंडक्टर के खिलाफ कंप्लेंट दर्ज करने के लिए बुलाया। युवती की तहरीर के आधार पर पुलिस ने बस कंडक्टर के खिलाफ आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है। तथा पुलिस का कहना है कि इस मामले में वे आगे जांच पड़ताल करेगी।
