Uttarakhand- राज्य में मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को सौंपी गई 14 बाघों की मौत की रिपोर्ट….. संदेह में है दो बाघों की मौत

उत्तराखंड राज्य में इस वर्ष की रिपोर्ट मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को सौंप दी गई है। बता दें कि राज्य में एक के बाद एक 14 बाघों की मौत इस वर्ष हुई है और इस संबंध में मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को रिपोर्ट दी गई है जिसमें दो बाघों की मौत संदेह के घेरे में है। बिसरा रिपोर्ट के आधार पर की गई जांच की रिपोर्ट का अध्ययन किया जा रहा है और जल्द ही बाघों की मौत के रहस्य से पर्दा उठ जाएगा। जनवरी माह से लेकर अब तक कार्बेट टाइगर रिजर्व में 4, तराई पूर्वी, पश्चिमी व केंद्रीय अल्मोड़ा और रामनगर वन प्रभाग में 9, राजाजी टाइगर रिजर्व में एक बाघ की मौत हुई है और मुख्यमंत्री द्वारा इन सभी बाघों की मौत के संबंध में गहनता से जांच पड़ताल करने के निर्देश विभाग को दिए गए थे तथा इसके अलावा मुख्य वनरक्षक कुमाऊं कार्बेट टाइगर रिजर्व, राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशकों से रिपोर्ट भी मांगी गई थी। प्रारंभिक रिपोर्ट में बाघों की मौत का कारण प्राकृतिक माना गया था लेकिन बड़ी संख्या में हुई मौतों का सटीक कारण जानने के लिए मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक का कहना है कि रिपोर्ट मिलने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। बता दें कि इस अवधि में जितने भी बाघ मृत अवस्था में मिले हैं उनके शरीर के अंग सुरक्षित पाए गए हैं इनमें से एक शव सड़ा- गला था लेकिन उसकी हड्डियां सुरक्षित थी और रिपोर्ट में जहर देने के बाद भी सामने नहीं आई है। सभी मृत बाघो को बिसरा जांच के लिए आईवीआरआई भेजा गया और इसकी रिपोर्ट भी मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक डॉ. समीर सिन्हा को मिल गई है।