
उत्तराखंड में राज्य को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के नाम से धमकी भरा पत्र मिला है। यह पत्र आतंकी संगठन द्वारा भेजा गया है जिसमें उत्तराखंड राज्य के धार्मिक स्थलों एवं रेलवे स्टेशनों को उड़ाने की धमकी मिली है। यह धमकी भरा पत्र रेलवे स्टेशन अधीक्षक हरिद्वार के नाम भेजा गया है। पत्र मिलने के बाद धार्मिक स्थलों एवं रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है तथा अलर्ट जारी किया गया है। एवं बम निरोधक दस्ते व डॉग स्क्वायड को सघन चेकिंग हेतु उतार दिया गया है इस मामले का खुलासा करने के लिए एसपी रेलवे ददनपाल गठित कर दी है। इस पत्र में लिखा गया था कि जम्मू-कश्मीर में उनके साथियों के मरने का बदला लिया जाएगा और 25 अक्टूबर को हरिद्वार ,लक्सर, काठगोदाम, देहरादून, रुड़की, काशीपुर, मुरादाबाद समेत उत्तराखंड के अन्य रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ाया जाएगा। वहीं 27 अक्टूबर को उत्तराखंड के धार्मिक स्थलों में विस्फोट किए जाएंगे। बता दें कि इससे पहले भी ऐसे पत्र मिल चुके हैं और धार्मिक स्थलों के साधुओं तथा नेताओं को भी जान से मारने के पत्र मिल चुके हैं। इस मामले में जल्द ही खुलासा कर दिया जाएगा। मगर फिलहाल उत्तराखंड के धार्मिक स्थलों एवं रेलवे स्टेशनों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
उत्तराखंड में राज्य को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के नाम से धमकी भरा पत्र मिला है। यह पत्र आतंकी संगठन द्वारा भेजा गया है जिसमें उत्तराखंड राज्य के धार्मिक स्थलों एवं रेलवे स्टेशनों को उड़ाने की धमकी मिली है। यह धमकी भरा पत्र रेलवे स्टेशन अधीक्षक हरिद्वार के नाम भेजा गया है। पत्र मिलने के बाद धार्मिक स्थलों एवं रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है तथा अलर्ट जारी किया गया है। एवं बम निरोधक दस्ते व डॉग स्क्वायड को सघन चेकिंग हेतु उतार दिया गया है इस मामले का खुलासा करने के लिए एसपी रेलवे ददनपाल गठित कर दी है। इस पत्र में लिखा गया था कि जम्मू-कश्मीर में उनके साथियों के मरने का बदला लिया जाएगा और 25 अक्टूबर को हरिद्वार ,लक्सर, काठगोदाम, देहरादून, रुड़की, काशीपुर, मुरादाबाद समेत उत्तराखंड के अन्य रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ाया जाएगा। वहीं 27 अक्टूबर को उत्तराखंड के धार्मिक स्थलों में विस्फोट किए जाएंगे। बता दें कि इससे पहले भी ऐसे पत्र मिल चुके हैं और धार्मिक स्थलों के साधुओं तथा नेताओं को भी जान से मारने के पत्र मिल चुके हैं। इस मामले में जल्द ही खुलासा कर दिया जाएगा। मगर फिलहाल उत्तराखंड के धार्मिक स्थलों एवं रेलवे स्टेशनों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
