उत्तराखंड राज्य के मूक बधिरों ने 66वें अंतरराष्ट्रीय बधिर दिवस पर हरिद्वार पहुंचकर जागरूकता रैली निकाली और देवभूमि बधिर संगठन के बैनर तले अपने अधिकारों के लिए सरकार से मांग की। बता दे कि चंद्राचार्य चौक से यह रैली शुरू हुई और रेलवे स्टेशन शिव मूर्ति चौक होते हुए देव मंदिर खन्ना आश्रम में संपन्न हुई। इस दौरान कई जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी इसमें शामिल होकर मूक बधिरों का हौसला बढ़ाया और उनकी मांगों का समर्थन किया। इस दौरान मांग उठाई गई कि साइन लैंग्वेज को राष्ट्रीय भाषा का दर्जा मिले। रैली को संबोधित करते हुए देवभूमि बधिर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष संदीप अरोड़ा ने कहा कि विश्व बधिर दिवस मनाने का उद्देश्य समाज में मूक बधिरों के योगदान के प्रति जागरूकता सरकार व आमजन के नजरिए में मूक बधिरों के प्रति बदलाव लाना है। बता दे के इस दौरान उन्होंने साइन लैंग्वेज में बातचीत की और इसे 23वीं राष्ट्रीय भाषा की मान्यता देने की मांग उठाई ताकि भाषा को सभी सरकारी और निजी विभागों में सामान्य रूप से स्थापित किया जा सके।
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