
देहरादून| दिल्ली में कृषि जागरण संस्था की ओर से मिलेट्स पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान कृषि मंत्री ने वर्चुअल रूप से भाग लिया| इस दौरान उन्होंने कहा कि मिड डे मील योजना में स्कूली बच्चों को हफ्ते में एक दिन झंगोरे की खीर दी जाएगी|
मोटे अनाज पौष्टिक तत्वों से भरपूर हैं| प्रदेश सरकार राज्य में उत्पादित मंडुवा, झंगोरा, रामदाना के उत्पादन को बढ़ावा देने के साथ मार्केटिंग की उचित व्यवस्था भी कर रही है|
पर्वतीय क्षेत्रों में मोटी व बिखरी जोते होने के साथ ही वर्षा पर आधारित है| केंद्र सरकार ने मंडुवा, झंगोरा, रामदाना को पोष्टिक अनाज घोषित किया है| मंडुवे में गेहूं और चावल की तुलना में कैल्शियम की काफी मात्रा होती है| प्रदेश के 11 जिलों के पर्वतीय क्षेत्रों में मंडुवा की खेती 85,000 हेक्टेयर क्षेत्र और झंगोरे की खेती 40,000 हेक्टेयर में की जाती है| सरकार ने निर्णय लिया है कि वर्ष 2023-24 से सप्ताह में एक बार मिड डे मील में झंगोरे की खीर बनाई जाएगी|
