Uttarakhand -: अब जेलों में बैठकर नेटवर्क नहीं चला सकेंगे कुख्यात बदमाश, टॉप-50 कुख्यात बदमाशों की लिस्ट तैयार

देहरादून| अब जेलों में बैठकर कुख्यात बदमाश नेटवर्क नहीं चला सकेंगे| इसके लिए उत्तराखंड पुलिस ने प्लान बनाया है|
लूट, हत्या, डकैती व फिरौती जैसे गंभीर अपराधों में संलिप्त टॉप 50 कुख्यात बदमाशों की लिस्ट उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने तैयार की है| टॉप 5 में सुनील राठी गैंग, प्रवीण वाल्मीकि, चीनू पंडित, कलीम और संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा गैंग को रखा गया है|
अब इनकी निगरानी भी बढ़ा दी गई है|


दरअसल पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने उत्तराखंड के टॉप-50 कुख्यात बदमाशों की लिस्ट तैयार करने के निर्देश जारी किए थे| जिसके बाद एसटीएफ ने सभी जिलों को कुख्यात बदमाशों की लिस्ट भेजने को कहा| इसमें से जो कुख्यात सबसे खतरनाक और जिनके खिलाफ गंभीर अपराध में मुकदमे दर्ज हैं उन्हें टॉप-50 में रखा गया| जिन बदमाशों को टॉप 50 में रखा गया उनकी निगरानी के लिए एसटीएफ ने टीमें भी गठित कर दी है| यह बदमाश अपने गुर्गे के माध्यम से अवैध कब्जे, रंगदारी व अवैध वसूली का खेल चला रहे हैं| इन सब पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए गुर्गों कि हर कार्यप्रणाली पर नजर रखी जाएगी|
कहा जा रहा है कि बदमाशों के संपर्क में उनके गुर्गों के अलावा कई सफेदपोश भी हैं जो अपराधिक गतिविधियों में उनका इस्तेमाल करते हैं और ऐसे सफेदपोश का भी पता लगाया जाएगा|
जेलों में बंद बदमाश जेलों में बैठकर भी अपने नेटवर्ग चलाते आ रहे हैं, बदमाशों की ओर से समय-समय पर जेलों में बैठकर फिरौती मांगने और जान से मारने की धमकी देने के मामले सामने आते रहते हैं| जिसके कारण उन्हें समय-समय पर अलग-अलग जेलों में शिफ्ट किया जाता रहता है| एक ही जेल में अधिक समय व्यतीत करने पर वह अपना नया गैंग तैयार कर देते हैं|